28 माह के निचले स्तर पर आया रुपया, एक डॉलर की कीमत 68 रुपए पर पहुंची
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया आज शुरुआती कारोबार में 42 पैसे लुढ़कर 68 रुपए के स्तर से नीचे गिर गया।
मुंबई। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया आज शुरुआती कारोबार में 42 पैसे लुढ़कर 68 रुपए के स्तर से नीचे गिर गया। पिछले 28 महीनों में आज पहली बार रुपया 68 से नीचे आया है। विदेशी कोषों द्वारा पूंजी निकासी जारी रखने, आयातकों की ओर से डॉलर की जोरदार मांग से रुपए में गिरावट आई है। इसके अलावा घरेलू इक्विटी बाजार में गिरावट के रुझान से भी घरेलू मुद्रा पर दबाव पड़ा है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया आज 67.77 पर खुला और बाद में 68 के स्तर से नीचे गिर गया। घरेलू मुद्रा 42 पैसे टूटकर चार सितंबर 2013 के बाद पहली बार 68.07 के स्तर तक गिरी है। विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से दिसंबर महीने के दौरान करीब 4,000 करोड़ की बिकवाली की जा चुकी है। बाजार के विशेषज्ञ पहले ही डॉलर के मुकाबले रुपए को 68 के स्तर तक टूटने की आशंका जता चुके थे।
महंगी होगी विदेश यात्रा
अगर आप विंटर वैकेशन में अपने परिवार के साथ विदेश यात्रा की तैयारी कर रहे हैं तो निश्चित तौर पर आपके लिए रुपए की गिरावट एक चिंता की बात होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि भले आपने अपनी फ्लाइट या होटल की बुकिंग करा ली हो लेकिन विदेश में होने वाले खर्चों पर आपको अतिरिक्त रुपए देने होंगे। मसलन, लोकल यातायात, सैर सपाटा, खाना पीना इत्यादि।
बचत के लिए टिप्स
- अपनी यात्रा की अवधि घटा दे जैसे 10 दिन की यात्रा को 8 दिन कर दें।
- इकोनॉमिक होटल का करें चयन।
- घूमने जा रहे हैं तो साइटसींग का पूरा लुफ्त ले भले शॉपिंग को कम कर दें
- कार को रेंट पर बुक करने की बजाय पब्लिक ट्रान्सपोर्ट का इस्तेमाल करें
- साइटसींग उन दिनों पर करने जाएं जब टूरिस्टों की एंट्री फ्री हो या कोई डिस्काउंट कूपन उपलब्ध हो क्योंकि विदेश ऐसे कई मोन्यूमेंट्स होते हैं जब इस तरह की एंट्री उपलब्ध होती है।
विदेश में पढ़ाई हो जाएगी महंगी
विदेश में पढ़ने वाले बच्चों पर खर्चा रुपए की गिरावट के साथ-साथ बढ़ता जाता है। भारतीय छात्रों के लिए यूएस, ब्रिटेन, कनाडा, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया जैसी जगाहें पढ़ाई के लिहाज से सबसे पसंदीदा ऑप्शन्स हैं। विदेश की यूनिवर्सिटीज में ज्यादा ट्यूशन फीस होती है और ऊंचा रहन सबन का स्तर होता है। जिसकी वजह से भारतीय छात्रों को ज्यादा रुपए खर्च करने होते हैं। जिससे उनकी पढ़ाई का खर्चा बढ़ जाता है।
कैसे करें बचत
- यूनिवर्सिटीज की ओर से डिस्काउंट कूपन का इस्तेमाल करें
- फ्री कॉनसर्ट्स और मूवी हॉल स्टूडेंट डिस्काउंट देते हैं
- उन स्पेशल कार्ड का प्रयोग करें जो खाने और शॉपिंग पर डिस्काउंट देते हैं
मंहगाई
रुपए की कीमत में गिरावट आने से देश में होने वाला आयात महंगा हो जाता है। जिससे वस्तुओं के दाम बढ़ जाते हैं। अप्रत्यक्ष रुप से कमजोर रुपया महंगाई की आग को भड़काता है। मसलन रुपए की कमजोरी दालों का आयात महंगा करती है जिससे आम आदमी का मासिक खर्चा बढ़ जाता है।