मुंबई। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में मजबूती का सिलसिला बुधवार को टूट गया और यह 75 पैसे गिरकर 70.18 पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा डीलरों के अनुसार इस गिरावट की अहम वजह घरेलू शेयर बाजार में तेज गिरावट और डॉलर का अन्य प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले मजबूत होना था।
अंतर-बैंक विदेशी विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 69.60 पर नरम खुला और दिन में इसकी विनिमय दर 70.23 प्रति डॉलर तक गिर गई थी। हालांकि बाद में रुपए में हल्का सुधार हुआ और अंत में यह पिछले दिन के बंद से 75 पैसे या 0.9 प्रतिशत घटकर 70.18 पर टिका। मंगलवार को भारतीय मु्द्रा डॉलर के मुकाबले 34 पैसे मजबूत होकर 69.43 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुई थी।
मुद्रा कारोबारियों के अनुसार घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट, अन्य विदेशी मुद्राओं के समक्ष डॉलर में तेजी और जीएसटी संग्रह कम रहने से रुपए में गिरावट देखी गई। हालांकि कच्चे तेल की गिरती कीमतों ने कुछ हद तक इस गिरावट को थामा।
सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी सुनील शर्मा ने कहा कि जीएसटी का संग्रह कम रहने और राजकोषीय घाटे के लक्ष्यों को पूरा होने को लेकर चिंताओं का असर बाजार पर दिखा है। इसका असर यह हुआ कि भारतीय रुपया बुधवार को सबसे ज्यादा नीचे आया। सरकारी आंकड़ों के अनुसार दिसंबर 2018 में जीएसटी संग्रह 94,726 करोड़ रुपए रहा, जबकि नवंबर में यह 97,637 करोड़ रुपए था।
वैश्विक बाजार में ब्रेंट कच्चा तेल 0.86 प्रतिशत घटकर 53.34 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर था। आरंभिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों ने बुधवार को पूंजी बाजार से 621.06 करोड़ रुपए की निकासी की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 226.18 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।
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