मुंबई। अमेरिका के बेहतर आर्थिक आंकड़े के बाद वर्ष के अंत तक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना बढ़ने से आयातकों और बैंकों की ताजा डॉलर मांग से आज रुपया 11 पैसे टूटकर 65.31 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अमेरिकी ब्याज दर बढ़ने की वजह से विदेशी पूंजी की निकासी बढ़ सकती है। पूंजी की सतत निकासी के साथ साथ निराशाजनक घरेलू वृहद आर्थिक संकेतकों ने विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में काफी उतार चढ़ा बनाए रखा। बंबई शेयर बाजार का सूचकांक आज 346 अंक बढ़कर 33,106.82 अंक पर बंद हुआ।
अन्तर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में भारी डॉलर मांग से रुपया 65.29 रुपए प्रति डॉलर पर कमजोर खुला जो कल 65.21 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। देर दोपहर के कारोबार के दौरान रुपया 65.39 रुपए प्रति डॉलर के दिन के ताजा निचले स्तर को छूने के बाद 65.13 रुपए प्रति डॉलर की ऊंचाई को छू गया और अंत में 11 पैसे अथवा 0.17 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता हुआ 65.32 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
इस बीच रिजर्व बैंक (RBI) ने कारोबार की शुरुआत में गुरुवार को डॉलर की संदर्भ दर 65.2969 रुपए प्रति डालर और यूरो की 76.9981 रुपए प्रति यूरो निर्धारित की थी। अन्तर मुद्रा कारोबार में पौंड के मुकाबले रुपए में गिरावट आई जबकि यूरो और जापानी येन के मुकाबले इसमें तेजी रही।
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