नई दिल्ली। अन्तरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे की गिरावट के साथ 74.31 (अनंतिम) पर बंद हुआ। प्रमुख वैश्विक मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने तथा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों की वजह से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 74.16 रुपये प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 74.13 से 74.41 रुपये के दायरे में रहा और अंत में पिछले दिन के बंद भाव के मुकाबले 19 पैसे के नुकसान के साथ 74.31 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 74.12 रुपये पर बंद हुआ था। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.10 प्रतिशत घटकर 93.93 रह गया। इस बीच वैश्विक मानक माने जाने वाले ब्रेंट क्रूड का दाम 0.15 प्रतिशत बढ़कर 79.40 रुपये प्रति डॉलर हो गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 533.74 अंक की तेजी के साथ 59,299.32 अंक पर बंद हुआ।
एलकेपी सिक्यूरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने कहा कि यूएस फेडरल द्वारा बॉन्ड खरीदारी करने के संकेतों के बीच डॉलर इनडेक्स में तेजी आने के कारण रुपया कमजोरी के साथ कारोबार करते हुए देखा गया। त्रिवेदी ने कहा कि ओपेक की बैठक के परिणाम क्रूड कीमत और डॉलर/रुपये विनिमय दर पर असर डालेंगे इसलिए कारोबारी ओपेक मीटिंग के परिणामों पर अपनी नजर लगाए हुए हैं।
रिलायंस सिक्यूरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट श्रीराम अय्यर ने कहा कि सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी आई क्योंकि संकटग्रस्त एवरग्रांड ग्रुप की चिंताओं की वजह से चीन का युआन कमजोर पड़ा है।