मुंबई। भारतीय रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 21 पैसे गिरकर 75.85 पर पहुंच गया। इस दौरान देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण लंबे समय तक अनिश्चितता जारी रहने की आशंका से निवेशक चिंतित दिखे।
मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और अमेरिकी डॉलर सूचकांक में तेजी से स्थानीय मुद्रा पर दबाव देखने को मिला। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया कमजोर रुख के साथ 75.83 पर खुला और फिर पिछले बंद भाव के मुकाबले 21 पैसे की कमजोरी दर्शाता हुआ 75.85 पर आ गया।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 75.64 पर बंद हुआ था। रिलायंस सिक्योरिटीज के अनुसार ब्रेंट क्रूड की बढ़ती कीमतों और अमेरिकी डॉलर सूचकांक में बढ़त से रुपए पर दबाव बढ़ा।
दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 14.30 लाख से अधिक हो चुके हैं, जबकि भारत में ये आंकड़ा 5,000 पार कर चुका है। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 2.51 प्रतिशत बढ़कर 32.67 डॉलर प्रति बैरल हो गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक पूंजी बाजार में मंगलवार को विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुद्ध खरीदार थे और उन्होंने सकल आधार पर 741.77 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।
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