नई दिल्ली। कोरोनावायरस के प्रकोप की चिंताओं के बढ़ने के साथ देश-विदेश के शेयर बाजारों में भारी बिकवाली के बीच अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को 34 पैसे लुढ़ककर करीब तीन माह के निम्न स्तर 71.98 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। प्रमुख विदेशी मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती से भी रुपए पर दबाव बढ़ा हुआ था।
बाजार सूत्रों ने कहा कि कोरोनावायरस का प्रकोप दक्षिण कोरिया और इटली तक में फैलने की रिपोर्ट के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसके दुष्प्रभावों को लेकर चिंता बढ़ गई है। चीनी के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि देश में कोरोनावायरस के संक्रमण से फली बीमारी से 150 लोगों के मरने के साथ वहां इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,592 हो गई है।
इसके साथ ही वहां इस बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों की पुष्ट संख्या 77,000 हो गई है। हालांकि कच्चे तेल की घटती कीमतों ने रुपए को समर्थन प्रदान किया और गिरावट पर कुछ अंकुश लगा दिया। अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में रुपया 71.94 प्रति डॉलर पर कमजोर खुला। कारोबार के दौरान यह 71.76- 72.09 के दायरे में चढ़ने उतरने के बाद कारोबार के अंत में 34 पैसे की हानि के साथ 71.98 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
यह 13 नवंबर के बाद रुपए की सबसे कमजोर विनियम दर है। 13 नवंबर को रुपया डॉलर के मुकाबले 72.09 पर बंद हुआ था। महाशिवरात्रि के मौके पर वित्तीय बाजार शुक्रवार को बंद रहे। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सूचकांक करीब 807 अंक टूट गया। डॉलर की मांग ऊंची रहने से कुछ दिनों तक रुपए पर दबाव बने रहने की संभावना है।
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