मुंबई। अमेरिकी में सरकारी बांड पर निवेश का यील्ड (प्राप्ति) बढ़ने के बीच विदेशी निवेशकों द्वारा भारतीय बाजार से पूंजी निकासी और वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमत में तेजी जारी रहने के चलते रुपए में तेज गिरावट का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा और डॉलर कारोबार के दौरान 73.81 रुपए पर पहुंच गया।
कच्चे तेल के भाव चार वर्ष के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुके हैं। आज घरेलू मुद्रा की विनिमय दर अंत में 24 पैसे अथवा 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73.58 रुपया प्रति डॉलर पर बंद हुई। यह गिरावट का लगातार तीसरा सत्र था। सोमवार के बाद से तीन सत्रों में रुपया डॉलर के मुकाबले 110 पैसे अथवा 1.51 प्रतिशत गिरा है।
मुंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गुरुवार को 2.24 प्रतिशत टूटा। बाजार में बैंकिंग, पेट्रोलियम, फार्मा और आईटी शेयरों में भारी बिकवाली का दबाव था। विदेशी निवेशकों तीसरे दिन भी शुद्ध बिकवाल रहे जिन्होंने शेयर बाजार से 2,760.63 करोड़ रुपए की निकासी की।
अन्तरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 73.72 रुपए पर कमजोर खुला और कारोबार के दौरान 73.81 रुपए के सर्वकालिक निम्न स्तर को छू गया। सरकार के द्वारा तेल कीमतों में कमी लाने के लिए उठाए गए कदम के बाद कारोबार के आखिरी 15 मिनट में रुपए में 23 पैसे का सुधार आया। कारोबार के अंत में रुपया 24 पैसों की गिरावट के साथ सर्वकालिक निम्न स्तर 73.58 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
इस बीच एफबीआईएल ने अमेरिकी मुद्रा के लिए संदर्भ दर 73.7509 रुपए प्रति डॉलर और यूरो के लिए 84.6257 रुपए प्रति यूरो और ब्रिटिश पौंड के लिए 95.3904 रुपए प्रति पौंड निर्धारित की थी।
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