मुंबई। बैंकों और आयातकों की डॉलर मांग से स्थानीय विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 13 पैसे गिरकर 67.20 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशों में हालांकि, अमेरिकी करेंसी कमजोर रुख में दिखा फिर भी यहां स्थानीय शेयर बाजार में गिरावट से रुपए पर दबाव बढ़ गया। विदेशी मुद्रा बाजार के एक डीलर का कहना था कि कारोबारी नए सौदे करने से पीछे हट रहे थे। उन्हें रिजर्व बैंक के नए गवर्नर की घोषणा की प्रतीक्षा है।
कारोबार की शुरुआत में घरेलू मुद्रा 67.15 रुपये प्रति डॉलर पर खुली और शुरुआती कारोबार में मजबूत होकर 67.05 रुपये तक पहुंच गई। लेकिन यह मजबूती ज्यादा टिक नहीं पाई किसी सकारात्मक संकेतक के अभाव में यह वापस लुढ़ककर 67.21 रुपये तक जा गिरा। कारोबार की समाप्ति पर यह गत शुक्रवार के बंद भाव 67.07 रुपये प्रति डॉलर के मुकाबले 13 पैसे नीचे रहकर 67.20 रुपये प्रति डॉलर रह गया।
गत सप्ताहांत शुक्रवार को भी रुपया 16 पैसे गिरकर 67.07 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। बहरहाल, रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि रुपये का मौजूदा स्तर काफी तर्कसंगत है और इसमें और अवमूल्यन का कोई भी प्रयास मुद्रास्फीति दबाव बढ़ाने वाला साबित हो सकता है। रिजर्व बैंक ने कारोबार के लिए डॉलर-रुपये की संदर्भ दर 67.10 रुपये और यूरो-रुपये के लिए 74.16 रुपये तय की थी। बंबई शेयर बाजार में आज शुरूआती बढ़त गायब हो गई और सेंसेक्स 90 अंक गिरकर 27,746.66 अंक पर बंद हुआ।
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