नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के रुख तथा आयातकों की तरफ से माह के अंत में होने वाली डॉलर मांग के कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया सात पैसे कमजोर होकर 75.03 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विश्लेषकों के अनुसार, विदेशों में डॉलर के मजबूत होने तथा आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) का दौर शुरू होने से पहले भारतीय रिजव्र बैंक के हस्तक्षेप के कारण रुपये की धारणा प्रभावित हुई।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा, ‘‘मासांत की डॉलर मांग और विश्व की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने, एशियाई मुद्राओं में कमजोरी और जोखिम लेने की धारणा कमजोर होने से रुपये में गिरावट आई।’’ अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 75.02 रुपये पर खुला तथा कारोबार के दौरान यह 74.90 से 75.05 रुपये के दायरे में रहा। अंत में यह पिछले कारोबारी सत्र के बंद भाव के मुकाबले सात पैसे की गिरावट के साथ 75.03 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। मंगलवार को रुपया 74.96 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। वैश्विक मानक ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 1.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85.47 डॉलर प्रति बैरल रह गया। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत बढ़कर 93.97 हो गया।
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