नई दिल्ली। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में वृद्धि करने तथा आगे के लिए ग्रोथ की संभावना कायम रखने के बाद रुपए को करारा झटका लगा और अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले यह 23 पैसे की भारी गिरावट दर्शाता हुआ 64.53 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। 30 मई के बाद रुपया अब तक के सबसे न्यूनतम स्तर पर बंद हुआ है। 30 मई को यह 64.66 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
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अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर वृद्धि और इस वर्ष आगे भी एक और वृद्धि की संभावनाओं के बीच मुद्रा व्यापारी सतर्क हो गये और विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार की धारणा में उथल-पुथल रही। विदेशों में डॉलर में मजबूती के साथ पूंजी की सतत निकासी ने विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार की धारणा और प्रभावित हुई। अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में आरंभिक डॉलर बिकवाली के कारण रुपया 64.26 रुपए प्रति डॉलर के उच्च स्तर पर खुला तथा बाद में 64.24 रुपए प्रति डॉलर तक मजबूत हो गया।
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कारोबार के दौरान भारी उतार-चढ़ाव के दौरान आयातकों की ताजा डॉलर मांग के कारण रुपए का आरंभिक लाभ कम गया और देर दोपहर के कारोबार में 64.54 रुपए प्रति डॉलर के दिन के निम्नतम स्तर को छू गया। अंत में यह 23 पैसे या 0.36 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता 64.53 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कल रूपये में तीन पैसे की मामूली तेजी आई थी। अन्तरमुद्रा कारोबार में पौंड और जापानी येन के मुकाबले रुपए में गिरावट आई जबकि यूरो के मुकाबले इसमें तेजी आई।
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