नई दिल्ली। बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद के स्वामित्व वाली खाद्य तेल कंपनी रुचि सोया ने 4,300 करोड़ रुपए जुटाने के लिए अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) लाने के प्रस्ताव सेबी की मंजूरी के लिए पेश किए है। यह एफपीओ भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड के शेयर-सूचीबद्धता के न्यूनतम सार्वजनिक शेयर के नियम को पूरा करने के लिए लाया जा रहा है। इसके तहत सूचीबद्ध कंपनी में पब्लिक शेयर होल्डिंग कम से कम 25 प्रतिशत होनी चाहिए। सूत्रों ने कहा कि रुचि सोया ने शनिवार को सेबी के पास एफपीओ के प्रस्ताव का मसौदा जमा कराया। कंपनी ने शेयरों की बिक्री के जरिए 4,300 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बनायी है। उन्होंने कहा कि प्रमोटर्स को एफपीओ के जरिये न्यूनतम नौ प्रतिशत हिस्सेदारी कम करनी होगी । सेबी की मंजूरी के बाद एफपीओ अगले महीने आ सकता है।
कंपनी ने नियामकीय सूचना में कहा कि उसके बोर्ड द्वारा गठित और प्राधिकृत निर्गम समिति ने शेयरों की और सार्वजनिक बिक्री के जरिए धन जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। पतंजलि ने 2019 में दिवाला संहिता के तहत ऋण समाधान प्रक्रिया के जरिए 4,350 करोड़ रुपए में रुचि सोया का अधिग्रहण किया था। कंपनी तेल मिल , खाद्य तेल प्रसंस्करण और सोया उत्पादों आदि का कारेाबार करती है। महाकोष, सनरिच, रुचि गोल्ड और न्यूट्रेला कंपनी के शीर्ष ब्रांड हैं।
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