RBI का ऐलान, सोमवार से RTGS सर्विस होगी 24X7 घंटे उपलब्ध जानिए कितना लगेगा चार्ज
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अक्टूबर में आरटीजीएस प्रणाली को 24 घंटे काम करने वाली प्रणाली बनाने की घोषणा की थी।
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने घोषणा की है कि 14 दिसंबर, 2020 से देश में रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट सिस्टम (RTGS) पूरे साल 24x7 घंटे काम करना शुरू कर देगा। इसके बाद भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा, जहां यह सुविधा दिन रात काम करती है। यह सेवा 13 दिसंबर को रात में साढ़े 12 बजे से अनवरत सुलभ हो जाएगी। अंतरराष्ट्रीय मानक के हिसाब रात 12 बजे के बाद अगली तारीख शुरू हो जाती है इसलिए माना जाएगा कि भारत में यह प्रणाली 14 दिसंबर से पूरे समय काम करने वाली प्रणाली बनेगी। इससे पहले आरबीआई एनईएफटी को भी 24 घंटे और सातों दिन उपलब्ध करवा चुका है।
RTGS से होता है बड़ी राशि का लेनदेन
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अक्टूबर में आरटीजीएस प्रणाली को 24 घंटे काम करने वाली प्रणाली बनाने की घोषणा की थी। इससे पहले आरबीआई एनईएफटी को भी 24 घंटे काम करने वाली प्रणाली बना चुका है। आरटीजीएस बड़ी राशि के इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन में काम आने वाली प्रणाली है, जबकि एनईएफटी से दो लाख रुपये तक का ही ऑनलाइन लेनदेन किया जा सकता है। आरटीजीएस सिस्टम से रियल टाइम आधार पर मनी ट्रांसफर की सीमा न्यूनतम 2 लाख रुपये और अधिकतम कोई सीमा नहीं है।
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नहीं लगता कोई चार्ज
आरबीआई ने जुलाई, 2019 से एनईएफटी और आरटीजीएस के माध्यम से होने वाले लेनदेन पर लगने वाले शुल्कों को समाप्त कर दिया है। आरबीआई ने देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया है।
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2004 में हुई थी RTGS की शुरुआत
आरटीजीएस की शुरुआत 26 मार्च 2004 को हुई थी। तब सिर्फ चार बैंक ही इससे भुगतान की सुविधा देते थे। वर्तमान में आरटीजीएस से रोजाना 6.35 लाख लेनदेन होते हैं। देश के करीब 237 बैंक इस प्रणाली के माध्यम से 4.17 लाख करोड़ रुपये के लेनदेन को प्रतिदिन पूरा करते हैं। नवंबर में आरटीजीएस से औसत 57.96 लाख रुपये का लेनदेन किया गया, जो इसे वास्तव में बड़ी राशि के लेनदेन का एक उपयोगी विकल्प बनाता है।
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