रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्च तिमाही के नतीजे जारी, नतीजे की 5 अहम बातें
RIL ने किया 53125 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू का ऐलान
नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज ने आज अपने मार्च तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। पिछले साल के मुकाबले कंपनी के मुनाफे में गिरावट देखने को मिली है। वहीं कंपनी ने देश के अब तक से सबसे बड़े राइट्स इश्यू का भी ऐलान किया है। जानिए आज पेश हुए RIL के नतीजे की 5 बड़ी बातें।
क्रूड मार्केट में गिरावट से मुनाफे पर दबाव
कंपनी के मुताबिक तिमाही के दौरान कंसोलिडेटेड प्रॉफिट पिछले साल के मुकाबले 38.73 फीसदी की गिरावट के साथ 6348 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 10362 करोड़ रुपये के स्तर पर था। कंपनी के मुताबिक तेल कीमतों में 73 फीसदी की तेज गिरावट की वजह से इन्वेंटरी वैल्यूएशन पर 4245 करोड़ रुपये का असर देखने को मिला है। वहीं मार्च तिमाही के दौरान ऑपेरशन से आय पिछले साल के मुकाबले 1.42 लाख करोड़ रुपये से घटकर 1.39 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई है। कंपनी ने शेयरधारकों को 6.5 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान भी किया है।
53,125 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू का ऐलान
कंपनी ने देश के अब तक के सबसे बड़े राइट्स इश्यू का भी ऐलान किया है। शेयर बाजार को दी गई जानकारी के मुताबिक ये इश्यू 53,125 करोड़ रुपये का होगा। इश्यू में शेयर 1:15 के अनुपात में 1257 रुपये प्रति शेयर की कीमत में ऑफर किए जाएंगे। यानि योग्य निवेशक को हर 15 शेयर पर 1 शेयर ऑफर किया जाएगा। ऑफर प्राइस शेयर के आखिरी क्लोजिंग के मुकाबले 14 फीसदी डिस्काउंट पर ऑफऱ किया गया है।
पिछले साल के मुकाबले मार्जिन बढ़ा, Q3 के मुकाबले गिरावट
कंपनी के मुताबिक मार्च तिमाही में ग्रॉस रिफायनिंग मार्जिन 8.9 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर रहा। वहीं पिछले साल मार्जिन 8.2 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर था। हालांकि दिसंबर तिमाही के मुकाबले मार्च तिमाही में मार्जिन गिरे हैं। दिसंबर तिमाही में GRM 9.2 डॉलर प्रति बैरल पर थे।
जियो के प्रॉफिट में तेज उछाल
कंपनी के मुताबिक टेलीकॉम इकाई रिलायंस जियो इंफोकॉम का नेट प्रॉफिट 2331 करोड़ रुपये रहा है। इसमें पिछले साल के मुकाबले 177 फीसदी और दिसंबर तिमाही के मुकाबले 73 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। वहीं सब्सक्राइबर बेस में 26 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली।
कर्ज मुक्ति पर जोर
कंपनी का मानना है कि वो जिस दिशा में काम कर रही उससे वो अपने लक्ष्य से पहले ही कर्ज मुक्त हो जाएगी। फिलहाल कंपनी पर 31 मार्च तक 3.36 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। वहीं कंपनी के पास 1.75 लाख करोड़ रुपये की नकदी है। कंपनी ने अनुमान दिया है कि वो मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 1 लाख करोड़ से ज्यादा रकम जुटा लेगी। इसमें फेसबुक का निवेश, राइट्स इश्यू ब्रिटिश पेट्रोलियम का निवेश शामिल है। कंपनी ने जानकारी दी है कि कई और बड़े निवेशक ग्रुप में निवेश के इच्छुक हैं इनपर आने वाले समय में कोई फैसला हो सकता है।