नई दिल्ली। तेल से लेकर टेलीकॉम तक की दिग्गज रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही के वित्तीय नतीजों की घोषणा की। इसमें कंपनी ने बताया कि सालाना आधार पर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ 12.79 प्रतिशत बढ़कर 8,097 करोड़ रुपए रहा है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 7,179 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। 30 सितंबर 2017 तक कंपनी पर 2,14,145 करोड़ रुपए का कर्ज बकाया था। 31 मार्च 2017 को कर्ज का आंकड़ा 196,601 करोड़ रुपए था।
कंपनी ने बताया कि उसकी टेलीकॉम यूनिट रिलायंस जियो को दूसरी तिमाही में 271 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की समेकित कुल आय 15.89 प्रतिशत बढ़कर 97,402 करोड़ रुपए रही, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 84,044 करोड़ रुपए थी। दूसरी तिमाही में कंपनी का सकल रिफाइनिंग मार्जिन (जीआरएम) नौ साल के उच्च स्तर 12 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जो कि पिछले साल 10.1 डॉलर प्रति बैरल था।
परिणामों पर बोलते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा कि हमारी कंपनी ने बेहतर प्रदर्शन की एक अन्य तिमाही नतीजे पेश किए हैं। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इस बार रिलायंस जियो के वित्तीय प्रदर्शन को भी इसमें शामिल किया गया है, जिसने अपने कमर्शियल ऑपरेशन की पहली तिमाही में ही सकारात्मक ईबीआईटी हासिल कर लिया था।
एकल आधार पर कंपनी का शुद्ध लाभ 7.28 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 8,265 करोड़ रुपए रहा है, जो कि पिछले साल की समान तिमाही में 7,704 करोड़ रुपए था। दूसरी तिमाही के लिए बेसिक प्रति शेयर आय (ईपीएस) 13.7 रुपए रुपए रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 12.2 रुपए थी। 30 सितंबर 2017 तक कंपनी के पास नगदी और नगदी तुल्य 77,014 करोड़ रुपए थे, जो कि पिछले साल की समान तिमाही में 77,226 करोड़ रुपए था।
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