नई दिल्ली। देश की सबसे मूल्वान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में 28 प्रतिशत उछलकर 9,108 करोड़ रुपए हो गया। कंपनी का मुनाफा उच्च रिफाइनरी और पेट्रोकेमीकल मार्जिन की वजह से बढ़ा है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 7,113 करोड़ रुपए था।
जून तिमाही में आरआईएल का ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन बढ़कर 11.9 डॉलर प्रति बैरल हो गया है। क्रूड ऑयल की कीमतों और रिफाइंड प्रोडक्ट्स की औसत बिक्री मूल्य के बीच के अंतर को रिफाइनिंग मार्जिन कहा जाता है, जो रिफाइनिंग कंपनियों का मुनाफा होता है।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व भी 26.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 90,537 करोड़ रुपए रहा। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व 71,451 करोड़ रुपए था। RIL के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि हमारी कंपनी ने एक बार फिर बेहतर तिमाही प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि रिटेल बिजनेस भी में वृद्धि हो रही है और इसमें सालाना आधार पर 74 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई है।
कंपनी की टेलीकॉम इकाई जियो के बारे में उन्होंने कहा कि इसने भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री में एक नई क्रांति ला दी है। देश में डाटा का उपभोग पहले की तुलना में कई गुना बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि रिलायंस जियो राइट इश्यू के जरिये अपनी हिस्सेदारी बेचकर निवेशकों से 20,000 करोड़ रुपए जुटाएगी।
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