मुंबई। महंगाई की मार झेल रहे आम लोगो की परेशानी आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है। रिजर्व बैंक द्वारा स्पौंसर्ड प्रोफेशनल एनालिस्ट के एक सर्वे के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में रिटेल महंगाई दर (सीपीआई) बढ़कर 5.5 फीसदी पर पहुंच सकती है। हालांकि उसके बाद महंगाई घटकर सितंबर, 2016 में 5.2 फीसदी पर आने का अनुमान है। अक्टूबर में रिटेल महंगाई 5 फीसदी रही है।
इस साल बढ़ेगी महंगाई, अगले मिलेगी राहत
रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर जारी मैक्रो इकनॉमिक इंडीकेटर्स के सर्वे में कहा गया है कि कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स आधारित महंगाई चौथी तिमाही में बढ़कर 5.5 फीसदी पर पहुंच सकती है। वहीं 2016-17 की दूसरी तिमाही में यह घटकर 5.2 फीसदी पर आ जाएगी। दालों और अन्य खाद्य सामानों की कीमतों में तेजी से लगातार तीसरे महीने बढ़ते हुए अक्टूबर में रिटेल महंगाई दर 5 फीसदी पर पहुंच गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि चौथी तिमाही में होलसेल प्राइस इंडेक्स आधारित महंगाई दर करीब एक फीसदी पर रहेगी। वहीं अगले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही तक यह बढ़कर 2.4 फीसदी पर पहुंच जाएगी।
महंगाई की वजह से नहीं घटी ब्याज दरें
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने अपनी मौद्रिक नीति में इस बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 6.75 फीसदी के स्तर पर बरकरार है। वहीं, रिवर्स रेपो रेट भी 5.75 फीसदी पर बना हुआ है। जबकि सीआरआर 4 फीसदी और एसएलआर 21.5 फीसदी पर स्थिर है। आरबीआई ने बढ़ती महंगाई को ध्यान में रखकर इस बार ब्याज दरों में बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है। इससे पहले सितंबर में 0.50 फीसदी ब्याज दरों में कटौती कर सबको सरप्राइज दिया था।
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