नई दिल्ली। अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस नैवल एंड इंजीनियरिंग के शेयरों में आज 13 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आ गई। शेयरों में यह गिरावट ऑडिटर्स द्वारा कंपनी के भविष्य को लेकर आशंका जताने के बाद आई है।
रिलायंस नैवल का शेयर बीएसई पर 13.33 प्रतिशत लुढ़ककर 23.40 रुपए पर आ गया। इंट्राडे में यह 18.14 प्रतिशत लुढ़कर 22.10 रुपए पर पहुंच गया था, जो इसका 52 हफ्तों का सबसे निचला स्तर था। कंपनी की मार्केट कैप भी 265.04 करोड़ रुपए घटकर 1725.96 करोड़ रुपए रह गई। रिलायंस ग्रुप की अन्य कंपनियों पर भी इसका असर देखा गया। रिलायंस कम्यूनिकेशन में आज 10.47 प्रतिशत, रिलायंस पावर में 4.18 प्रतिशत, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर में 1.89 प्रतिशत और रिलायंस कैपिटल में 1.34 प्रतिशत की गिरावट रही।
कंपनी के वित्त वर्ष 2017-18 के परिणाम में अपने नोट में इसके ऑडिटर पाठक एचडी एंड एसोसिएट्स ने नकद नुकसान, नेटवर्क घटने, गारंटी शुदा ऋणदाताओं द्वारा कर्ज वापस लेने, मौजूदा ऊंची देनदारियां जो संपत्तियों से अधिक हो चुकी हैं, को इसकी प्रमुख वजह बताया है। इसके अलावा कई कर्जदाताओं ने कंपनी के परिचालन को बंद करने के बारे में आवेदन किया है। इससे कंपनी के भविष्य को लेकर आशंका पैदा होती है।
ऑडिटर ने अपने नोट में कहा है कि ये परिस्थितियां अनिश्चितता की स्थिति पैदा करती हैं, जिससे कंपनी के आगे परिचालन जारी रखने को लेकर चिंता पैदा होती है। बीते वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का शुद्ध नुकसान 408.68 करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 139.92 करोड़ रुपए था। कंपनी के वित्तीय परिणाम सोमवार को जारी किए गए थे।
वित्त वर्ष 2017-18 में कंपनी को 956.09 करोड़ रुपए का शुद्ध नुकसान हुआ है। इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी को 523.43 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। तिमाही के दौरान कंपनी की आय घटकर 34.76 करोड़ रुपए रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 250.84 करोड़ रुपए थी। पूरे वित्त वर्ष में कंपनी की आय घटकर 413.84 करोड़ रुपए रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 564.14 करोड़ रुपए रही थी।
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