रिलायंस जियो की 4G सर्विस अगले कुछ महीनों में होगी लॉन्च, RCom के साथ स्पेक्ट्रम इंटीग्रेशन का है इंतजार
रिलायंस जियो ने 4जी सर्विस में हो रही देरी के बारे में खुलासा किया है। कंपनी ने बताया कि वह आरकॉम के साथ स्पेक्ट्रम इंटीग्रेशन होने का इंतजार कर रही है।
नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने उसकी 4जी सर्विस में हो रही देरी के बारे में खुलासा किया है। कंपनी ने बताया कि वह रिलायंस कम्यूनिकेशंस (आरकॉम) के साथ स्पेक्ट्रम इंटीग्रेशन होने का इंतजार कर रही है, इसके अलावा कंपनी 4जी सर्विस को लॉन्च करने से पहले अपने यूजरबेस को भी बढ़ाना चाहती है। शेयरिंग और ट्रेडिंग पैक्ट के बाद अनिल अंबानी की कंपनी आरकॉम मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो आपस में स्पेक्ट्रम साझा करेंगी। रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल अंत तक कंपनी रिलायंस जियो के 4जी सर्विस की सॉफ्ट लॉन्चिंग करेगी और इस साल दिसंबर तक इसका कमर्शियल लॉन्च किया जाएगा।
तस्वीरों में देखिए 4जी डेटा प्लान्स
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रिलायंस जियो ने आरकॉम के साथ 17 सर्किल में 800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम साझा करने का समझौता किया है। इसमें से 9 सर्किल के लिए टेलीकॉम डिपार्टमेंट से शुक्रवार को ही अनुमति मिली है, यह सर्किल हैं मुंबई, उत्तर प्रदेश पूर्व, मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, आसम और उत्तरपूर्व। इन सर्किल में स्पेक्ट्रम इंटीग्रेशन 15 दिन के अंदर पूरा हो जाएगा। हालांकि जियो और आरकॉम अपने नौ-सर्किल में स्पेक्ट्रम ट्रेडिंग सौदे के लिए टेलीकॉम डिपार्टमेंट की मंजूरी का इंतजार कर रहा है, जिसके जल्द ही मिलने की उम्मीद है। इसके बाद प्रमुख बाजार जैसे दिल्ली, कोलकाता, गुजरात, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, यूपी ईस्ट, यूपी वेस्ट और पश्चिम बंगाल में 4जी सर्विस शुरू की जा सकेगी। मंजूरी के बाद आरकॉम अपने 4जी स्पेक्ट्रम के इस्तेमाल का अधिकार जियो को दे सकेगा।
रिलायंस जियो के स्ट्रेट्जी एंड प्लानिंग हेड अंशुमान ठाकुर ने बताया कि रिलायंस जियो इंफोकॉम का लक्ष्य कमर्शियल लॉन्च से पहले 90 फीसदी जनसंख्या को कवर करने का है और यह अभी तक तकरीबन 70 फीसदी के स्तर पर पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि अभी हम पांच लाख यूजर्स के साथ रिलायंस जियो की टेस्टिंग कर रहे हैं और इस सर्विस को कमर्शियली रूप से लॉन्च करने से पहले हम इसमें कुछ लाख लोगों को और जोड़ना चाहते हैं।
पहले महीने में ही जियो का औसत डाटा उपभोग प्रति यूजर 18 जीबी को पार कर चुका है और इसमें लगातार वृद्धि हो रही है। इस दौरान औसत वॉइस उपयोग 250 मिनट रहा। कंपनी ने कहा है कि वह दिसंबर तक अपनी इस सर्विस को पूरी तरह से लॉन्च कर देगी। ठाकुर ने कहा कि अभी बीटा टेस्ट चल रहा है और कमर्शियल लॉन्च की तारीख अभी तय नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि कमर्शियल लॉन्च से पहले स्पेक्ट्रम इंटीग्रेशन बहुत जरूरी है और अभी हम इस पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। रिलायंस जियो ने कहा कि इस सेवा को शुरू करने में देरी के पीछे कोई तकनीकी खामी नहीं है। कंपनी ने यह भी कहा कि नेटवर्क को अनुकूलतम बनाने में समय लग रहा है और वह सुनिश्चित करना चाहती है कि उसकी सेवा बाधारहित और बेहतर हो।