नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चर्चित अपतटीय तेल एवं गैस क्षेत्र केजी-डी6 ब्लॉक के बारे में एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार वहां 2,600 अरब घन फुट का सत्यापित गैस भंडार है जो पहले की रिपोर्ट के मुकाबले 3.7 गुणा अधिक है। रिलायंस के साथ इस परियोजना में 10 प्रतिशत की हिस्सेदार कनाडा की नीको रिसोर्सिज कंपनी ने 2015-16 की अपनी वित्तीय रिपोर्ट में कहा है है कि केजी डी6 ब्लॉक के सत्यापित भंडार में उसका हिस्सा 265 अरब घनफुट (कुल 2650 अरब घटन फुट का 10 फीसदी) गैस के बराबर है।
इसी कंपनी ने 31 मार्च 2015 को समाप्त वित्तीय वर्ष के बारे में अपनी रिपोर्ट में कहा था कि इस क्षेत्र के सत्यापित गैस भंडार में उसका हिस्सा 70 अरब घनफुट है। इसमें संभावित आरक्षित भंडार को जोड़ने के बाद यह हिस्सा 406 अरब घनफुट हो जाता है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज इस पूरे क्षेत्र की संचालक कंपनी है। उसके पास 60 फीसदी हिस्सेदारी है। क्षेत्र में अब तक उसने केवल दो गैस और एक तेल कुऐं में ही उत्पादन शुरू किया है। अब तक उसने क्षेत्र में 19 खोज की हैं। हाइड्रोकार्बन भंडारों को तीन वर्गों में रखा जाता है। पहला साबित हो चुका (पी1) दूसरा संभाव्य (पी2) और तीसरा संभावित (पी3) जो कि उसके वास्तवित उत्पादन में परिवर्तित होने पर निर्भर है।
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