नई दिल्ली। अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह ने बुधवार को कहा कि येस बैंक से उसने जो भी कर्ज लिया है वह पूरी तरह सुरक्षित है। कंपनी ने कहा कि ये कर्ज कारोबार के लिए सामान्य तरीके से प्राप्त किए गए हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह अपनी संपत्तियां बेचने के कार्यक्रम के जरिये येस बैंक के सारे बकाये कर्ज का भुगतान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
रिलायंस समूह ने कहा कि राणा कपूर, उनकी पत्नी या बेटियों अथवा कपूर परिवार द्वारा नियंत्रित किसी भी इकाई में हमारा प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर निवेश शून्य है। रिजर्व बैंक द्वारा येस बैंक का नियंत्रण अपने हाथों में लेने के बाद वित्त मंत्री ने येस बैंक के जिन कर्जदारों का नाम लिया था, उनमें सुभाष चंद्रा का एस्सेल समूह और रिलायंस समूह का भी नाम शामिल है।
दस कारोबारी घरानों की 44 कंपनियों का येस बैंक के एनपीए में करीब 34 हजार करोड़ रुपए का योगदान है। अनिल अंबानी की नौ कंपनियों के ऊपर येस बैंक का 12,800 करोड़ रुपए का बकाया है। एस्सेल समूह पर भी येस बैंक के 8,400 करोड़ रुपए बाकी हैं। येस बैंक के जिन अन्य कंपनियों पर बकाये हैं, उनमें डीएचएफएल समूह, दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन, जेट एयरवेज, कॉक्स एंड किंग्स और भारत इंफ्रा के नाम भी शामिल हैं।
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