Reliance ग्रॉसरी शॉपिंग के लिए 2020 में लॉन्च करेगी JioMart, ग्लोबल प्लेयर Amazon, Flipkart को देगी टक्कर
रिलायंस रिटेल का लक्ष्य इस नए वेंचर के जरिये 3 करोड़ खुदरा दुकानों को जोड़ना है।
नई दिल्ली। अरबपती मुकेश अंबानी ने ग्लोबल ई-कॉमर्स कंपनियों अमेजन और वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट को भारत में कड़ी चुनौती देने के लिए अपने कदम आगे बढ़ा दिए हैं। भारत के तेजी से विकसित होते बाजार में रिलायंस ने अपने नए ई-कॉमर्स वेंचर जियोमार्ट का सॉफ्ट लॉन्च कर दिया है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की रिटेल इकाई रिलायंस रिटेल लिमिटेड ने सोमवार से जियो टेलीकॉम यूजर्स को जियोमार्ट पर रजिस्टर्ड होने के लिए इनवाइट भेजने शुरू कर दिए हैं। देश की नई दुकान की टैग लाइन वाला जियोमार्ट वर्तमान में नवी मुंबई, थाणे और कल्याण में ऑनलाइन खरीदारी करने वाले उपभोक्ताओं की जरूरत को पूरा करेगा।
रिलायंस रिटेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि कंपनी धीरे-धीरे अपनी उपस्थिति को बढ़ाएगी। अधिकारी ने कहा कि हां, हमने अपने ऑपरेशन का सॉफ्ट-लॉन्च किया है। सभी जियो यूजर्स को शुरुआती डिस्काउंट हासिल करने के लिए जियोमार्ट पर रजिस्टर होने का इनवाइट भेजा गया है। हालांकि, यह अभी केवल तीन इलाकों में ही है, हम इसका आगे विस्तार करेंगे। जियोमार्ट एप को जल्द ही लॉन्च किया जाएगा।
जियोमार्ट अपने यूजर्स को 50,000 से अधिक ग्रॉसरी उत्पादों को खरीदने का विकल्प देगी, कोई न्यूनतमक ऑर्डर के बिना फ्री होम डिलीवरी, बिना सवाल किए रिटर्न पॉलिसी और एक एक्सप्रेस डिलीवरी की सुविधा जैसे फीचर्स देगी।
न्यू कॉमर्स रिलायंस रिटेल का ऑफलाइन-टू-ऑनलानइ कार्यक्रम है, जो उत्पादकों, कारोबारियों, छोटे दुकानदारों, ब्रांड्स और उपभोक्ताओं को टेक्नोलॉजी के जरिये आपस में जोड़ेगा। कंपनी पिछले दो सालों से अपने नए कॉमर्स प्लान पर काम कर रही है और वर्तमान में यह पड़ोस की दुकान, सुपरमार्केट्स, हाइपरमार्केट्स, होलसेल और ऑनलाइन स्टोर्स को जोड़ने का काम कर रहा है।
कंपनी ने स्थानीय दुकानदारों को एक ऑनलाइन-टू-ऑफलाइन (ओ2ओ) प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने के जरिये उनके साथ गठजोड़ किया है। यह चीन की ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग्स लिमिटेड के बिजनेस मॉडल जैसा है, जहां एक उपभोक्ता किसी उत्पाद या सेवा की खोज ऑनलाइन करता है और उसे पड़ोस की दुकान से भौतिक रूप से खरीदता है। रिलायंस रिटेल का लक्ष्य इस नए वेंचर के जरिये 3 करोड़ खुदरा दुकानों को जोड़ना है।