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Hindi News पैसा बिज़नेस रिलायंस कम्युनिकेशंस-एयरसेल मर्जर: डील के बाद कुल वैल्यू हुई 65 हजार करोड़, तीसरे नंबर के लिए कड़ा मुकाबला

रिलायंस कम्युनिकेशंस-एयरसेल मर्जर: डील के बाद कुल वैल्यू हुई 65 हजार करोड़, तीसरे नंबर के लिए कड़ा मुकाबला

बड़े भाई मुकेश अंबानी की 4G सर्विस रिलायंस जियो लॉन्च होने के 13 दिन बाद, छोटे भाई अनिल अंबानी ने एयरसेल के मर्जर की घोषणा का बड़ा ऐलान किया है।

रिलायंस कम्युनिकेशंस-एयरसेल मर्जर: कंपनी की कुल वैल्यू हुई 65 हजार करोड़, Idea के लिए बड़ी चुनौती- India TV Paisa रिलायंस कम्युनिकेशंस-एयरसेल मर्जर: कंपनी की कुल वैल्यू हुई 65 हजार करोड़, Idea के लिए बड़ी चुनौती

नई दिल्ली। बड़े भाई मुकेश अंबानी की 4G सर्विस रिलायंस जियो लॉन्च होने के 13 दिन बाद, छोटे भाई अनिल अंबानी ने टेलीकॉम सेक्टर में एयरसेल के मर्जर की घोषणा का बड़ा ऐलान किया है।  अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) और एयरसेल के बीच यह मर्जर होने जा रहा है। दोनों की टोटल वैल्यू अब करीब 65 हजार करोड़ रुपए की हो जाएंगी। नई कंपनी का नाम होगा ‘मर्डेको’। यह देश की चौथी सबसे बड़ी मोबाइल फोन ऑपरेटर कंपनी होगी। इससे सब्सक्राइबर बेस और टेलिकॉम सेक्टर में दोनों का रेवेन्यू बढ़ेगा। नई कंपनी 2G, 3G के अलावा 4G सर्विसेस भी दे पाएगी। इस वजह से इसे टेलिकॉम सेक्टर का अब तक का सबसे बड़ा मर्जर कहा जा रहा है।

डील से आइडिया को मिलेगी बड़ी चुनौती
टेलीकॉम एक्सपर्ट्स का कहना है कि आइडिया की चिंताएं अब और बढ़ सकती है। पहले ही रिलायंस जियो की लॉन्चिंग ने आइडिया को मुश्किलों में डाल दिया था। अब इस मर्जर के बाद छोटे शहरों में सस्ती सर्विस देने वाली कंपनी आइडिया को सबसे बड़ी चुनौती मिलेगी।

क्या है डील में खास

  • आरकॉम और मैक्सिस कम्युनिकेशंस बेरहद (एमसीबी) ने इसे इंडियन टेलिकॉम सेक्टर का सबसे बड़ा कंसॉलिडेशन बताया है। एमसीजीबी, एयरसेल की पैरेंट कंपनी है।
  • मर्डेको में दोनों की 50-50% हिस्सेदारी होगी। बोर्ड और कमेटियों में भी बराबर रिप्रिजेंटेशन होगा।
  • ट्रांजैक्शन से 2017 तक आरकॉम का 40 फीसदी (20 हजार करोड़ रुपए) और एयरसेल का 4 हजार करोड़ रुपए कर्ज कम हो जाएगा।
  • कंपनी एसेट्स 65 हजार करोड़ रुपए और नेटवर्थ करीब 35 हजार करोड़ रुपए होगी।
  • नई कंपनी के पास 850, 900, 1800 और 2100 मेगाहर्ट्ज बैंड्स में 2जी, 3जी और 4जी ऑपरेशंस के साथ सबसे बड़ा स्पेक्ट्रम पोर्टफोलियो होगा।
  • इस मर्जर से आरकॉम और एयरसेल, दोनों की रीब्रांडिंग होगी।
  • आरकॉम का कर्ज 20 हजार करोड़ और एयरसेल का 4000 करोड़ रुपए तक घट जाएगा।

आरकॉम कितनी मजबूत होगी?
नवंबर 2015 में एमटीएस और आरकॉम ने भारत में दोनों के ऑपरेशंस का मर्जर हुआ था।
अब आरकॉम और एयरसेल के मर्जर के बाद दोनों का रेवेन्यू मार्केट शेयर 13 से 14 पर्सेंट होगा।
इससे सीधे चुनौती तीसरे नंबर की मौजूदा कंपनी आइडिया को मिलेगी जिसके पास 17 पर्सेंट का रेवेन्यू मार्केट शेयर है।

तीसरे नंबर के लिए होगा कड़ा मुकाबला

  • पहले नंबर पर भारती एयरटेल है, जिसके पास 25.1 सब्सक्राइबर्स हैं।
  • दूसरे नंबर पर 19.8 करोड़ सब्सक्राइबर्स के साथ वोडाफोन है।
  • तीसरे नंबर पर अभी आइडिया सेलुलर है। उसके पास 17.5 करोड़ का सब्सक्राइबर्स बेस है।
  • वहीं, अभी आरकॉम के पास 11 करोड़ और एयरसेल के पास 8.4 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं। मर्जर के बाद दोनों कंपनियों के पास 18 से 19 करोड़ के बीच का सब्सक्राइबर्स बेस तैयार होगा।
  • इस लिहाज से वह तीसरे नंबर पर मौजूद आइडिया सेलुलर को सीधी टक्कर देने की स्थिति में आ जाएगी।
  • मुकेश अंबानी ग्रुप के बारे में मूडीज का अनुमान है कि 4जी सर्विस जियो की लॉन्चिंग के बाद इस कंपनी के पास 2018 तक 10 करोड़ से ज्यादा का सब्सक्राइबर्स बेस हो जाएगा।

अनिल अंबानी ने क्या कहा
रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी ने कहा, “एमसीबी के साथ पार्टनरशिप करके हम बहुत खुश हैं। इसके साथ हमने भारतीय टेलिकॉम सेक्टर के कंसॉलिडेशन में बढ़त बना ली है। आरकॉम ने पहले एमटीएस के वायरलेस बिजनेस का एक्विजिशन किया था। अब एयरसेल के साथ हमारा ज्वाइंट वेंचर बन रहा है।”

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