नई दिल्ली। कनाडा की कंपनी ब्रुकफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर अनिल अंबानी के नियंत्रण वाली टेलीकॉम कंपनी के टॉवर यूनिट में अधिकांश हिस्सेदारी खरीदेगी। इसके लिए वह 11,000 करोड़ रुपए का भुगतान करेगी। रिलायंस कम्युनिकेशंस ने अपने टॉवर बिजनेस को बेचने के लिए ब्रुकफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर और उसके संस्थागत भागीदारों के साथ बाध्यकारी करार किया है।
आरकॉम को इसके लिए नकद 11,000 करोड़ रुपए (1.6 अरब डॉलर) की राशि मिलेगी। कंपनी इस राशि का इस्तेमाल अपने ऋण के बोझ को कम करने के लिए करेगी।
- आरकॉम के टॉवर कारोबार को एक अलग कंपनी के तौर पर बांटा जाएगा।
- इस पर 100 प्रतिशत मालिकाना हक और स्वतंत्र प्रबंधन ब्रुकफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर का होगा।
- बयान के मुताबिक आरकॉम को नई टॉवर कंपनी में क्लास बी नॉन-वोटिंग शेयर भी मिलेंगे।
- रिलायंस कम्युनिकेशंस और रिलायंस जियो कंपनी के टेनेंट बने रहेंगे।
- समझौते के मुताबिक अनिल अंबानी की कंपनी का नई कंपनी में निश्चित जानकारी और अन्य अधिकार होंगे, लेकिन वह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नई कंपनी के मैनेजमेंट और ऑपरेशन में दखलअंदाजी नहीं करेंगे।
डील से आरकॉम पर कर्ज बोझ घटेगा
- इस करार के तहत रिलायंस कम्युनिकेशंस को शुरुआत में 11,000 करोड़ रुपये मिलेंगे।
- रिलायंस कम्युनिकेशंस इस डील से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कर्ज घटाने में करेगा।
- टावर डील और एयरसेल मर्जर से रिलायंस कम्युनिकेशंस का 31,000 करोड़ रुपए का कर्ज घटेगा।
रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयर का प्रदर्शन
- टेलीकॉम सेक्टर में रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयर का प्रदर्शन काफी खराब रहा है। बीते एक साल में टेलीकॉम शेयरों वाला टेक इंडेक्स 10 फीसदी टूट चुका है।
शेयर | 1 महीना | 3 महीने | 6 महीने | 1 साल |
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रिलायंस कम्युनिकेशंस | 4.5% | -20% | -21% | -54% |
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