नई दिल्ली। अनिल अंबानी की अगुवाई वाले रिलायंस कैपिटल ने लंबी अवधि के लिए 4,000 करोड़ रुपए जुटाए हैं। निवेश बैंकिंग से जुड़े सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि समूह की दो कंपनियों रिलायंस होम फाइनेंस और रिलायंस कॉमर्शियल फाइनेंस की परिसंपत्ति वर्ग के प्रतिभूतिकरण के जरिये ये धन जुटाया गया है।
संपर्क किए जाने पर रिलायंस कैपिटल के प्रवक्ता ने इस घटनाक्रम पर किसी भी टिप्पणी से इनकार कर दिया। सूत्रों के मुताबिक सार्वजनिक क्षेत्र के साथ-साथ निजी क्षेत्र के कुछ बैंकों ने इन परिसंपत्तियों को खरीदा है। उनके मुताबिक कंपनियों की परिसंपत्तियों को खरीदने वालों में भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और बैंक ऑफ इंडिया सहित अन्य बैंक शामिल हैं।
रिलायंस कैपिटल ने पिछले महीने कहा था कि कर्ज में कमी लाने के लिए उसका लक्ष्य अगले 12-18 महीने में गैर-वित्तीय कारोबारों से पूरी तरह बाहर निकलना है।
रिलायंस कैपिटल संपत्ति प्रबंधन, बीमा, वाणिज्यिक और होम फाइनेंस और इक्विटी और कमोडिटी ब्रोकिंग में कारोबार करती है। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान रिलायंस कैपिटल को 272 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था, इससे पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को घाटा हुआ था।
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