नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ईरान से छह साल के अंतराल के बाद कच्चा तेल खरीदा है और वह फारस की खाड़ी में स्थित देश से तय मात्रा वाले दीर्घकालिक सौदे करने पर विचार कर रही है। गुजरात के जामनगर में विश्व के सबसे बड़ा रिफाइनिंग परिसर का परिचालन करने वाली रिलायंस अब तेजी से खरीद बढ़ाने पर विचार कर रही है ताकि करीब 50 लाख टन के सालाना खरीद के स्तर को फिर से प्राप्त किया जा सके।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2015-16 के वित्तीय परिणाम के बाद निवेशक प्रस्तुति में कहा, प्रतिबंध हटने के बाद ईरान के साथ पुनस्र्थापित संबंध के जरिये कच्चा तेल खरीदा। ईरान को परमाणु कार्यक्रम पर अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते जनवरी, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2009 में ईरान को पेट्रोल का निर्यात रोक दिया। फरवरी 2010 से कंपनी ने ईरान से कच्चे तेल की खरीद बंद कर दिया था।
आरआईएल का अमेरिकी शेल गैस परियोजनाओं में उल्लेखनीय निवेश है और यह ईंधन का बड़ी आपूर्तिकर्ता है। कंपनी ने ईरान के साथ अपना कारोबार प्रतिबंध के भय से रोक दिया था। इस साल जनवरी में ईरान पर से प्रतिबंध खत्म होने के साथ आरआईएल ने फिर से उसके साथ संबंध स्थापित किया। कंपनी के संयुक्त मुख्य वित्त अधिकारी वी श्रीकांत ने शुक्रवार को मुंबई में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कंपनी ईरान के साथ बड़ी आपूर्ति पर विचार कर रही है जिसमें तय मात्रा में सालाना अनुबंध शामिल है।
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