आईजीएल ने बीते वित्त वर्ष में दिल्ली-एनसीआर में रिकॉर्ड 3.1 लाख नए पीएनजी कनेक्शन दिए
कंपनी की सालाना आम बैठक में शेयरधारको ने 180 प्रतिशत के लाभांश की मंजूरी दे दी। कंपनी निदेशक मंडल ने इसकी सिफारिश की थी।
नई दिल्ली। इंद्रप्रस्थ गैस लि.(आईजीएल) ने बीते वित्त वर्ष 2020-21 में राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के शहरों में पाइप के जरिये रसोई गैस पहुंचाने (पीएनजी) के 3.1 लाख नये कनेक्शन दिए। कंपनी के चेयरमैन अरुण कुमार सिंह ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बीता वित्त वर्ष कोविड-19 महामारी से प्रभावित था। इसके बावजूद हमने इतने बड़े पैमाने पर पीएनजी कनेक्शन दिए हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा इस अवधि में 62 नए सीएनजी स्टेशन लगाए गए। इससे आईजीएल के सीएनजी स्टेशनों की संख्या 612 हो गई।
कंपनी की वार्षिक आम बैठक में सिंह ने कहा कि 2020-21 का साल कोविड-19 से प्रभावित रहा। इस दौरान आईजीएल का कुल कारोबार 5,409 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 1,006 करोड़ रुपये रहा। 31 मार्च, 2021 को समाप्त वर्ष में कंपनी की नेटवर्थ 5,800 करोड़ रुपये रही। उन्होंने कहा कि स्थिति में सुधार के बाद चालू वित्त वर्ष में आईजीएल का प्रदर्शन सुधरने की उम्मीद है। सिंह ने कंपनी की भविष्य की योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि वह मौजूदा क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के साथ नए क्षेत्रों में विस्तार करेगी। उन्होंने कहा कि आईजीएल इलेक्ट्रिक वाहन खंड में उतर गई है और कंपनी की योजना चालू वित्त वर्ष के अंत तक 50 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन लगाने की है। उन्होंने शेयरधारकों को टाइप-चार सिलेंडरों के सफल इस्तेमाल के बारे में सूचित करते हुए कहा कि इनका प्रयोग अंतर-राज्य परिवहन में लंबी दूरी की बसों में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सीएनजी और वैकल्पिक ईंधन की कीमतों में अंतर के मद्देनजर नए भौगोलिक क्षेत्रों में सीएनजी ढांचे का विस्तार किया जाएगा। साथ ही सीएनजी कारोबार की वृद्धि के लिए हरित गलियारों का निर्माण जारी रहेगा।
सिंह ने कहा कि आईजीएल एलएनजी/एलसीएनजी स्टेशन लगाने, सीजीडी परियोजनाओं के लिए सलाहकार सेवाएं देने, गैस मीटरों के विनिर्माण, घरेलू उपकरणों में प्राकृतिक गैस के इस्तेमाल को प्रोत्साहन की योजना पर काम कर रही है। कंपनी की सालाना आम बैठक में शेयरधारको ने 180 प्रतिशत के लाभांश की मंजूरी दे दी। कंपनी निदेशक मंडल ने इसकी सिफारिश की थी।