नई दिल्ली। निजी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस और एयरसेल अपने कारोबार के विलय के लिए सितंबर के पहले सप्ताह में समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। इस घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने बताया, दोनों कंपनियों के बीच विलय की शर्तों के बारे में दस्तावेज को अंतिम रूप दिया जा चुका है। दोनों के कारोबार के विलय को लेकर पक्का समझौता अगले एक सप्ताह अथवा दस दिन में होने की उम्मीद है।
आरकॉम और एयरसेल की विलय बातचीत यदि सफल रहती है तो यह देश में निजी क्षेत्र की तीसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी होगी, जिसका ग्राहक आधार 19.60 करोड़ तक होगा। सूत्रों के अनुसार, फिलहाल अभी किसी भी नियामकीय मंजूरी की आवश्यकता नहीं है। आरकॉम और एयरसेल के बीच विलय के लिए पक्का समझौता होने के बाद ही नियामकीय मंजूरी प्रक्रिया शुरू होगी। विलय को पूरा होने में चार से छह माह का समय लग सकता है।
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नई कंपनी के पास 2जी, 3जी तथा 4जी सर्विस के लिए सभी बैंड 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज और 2300 मेगाहर्ट्ज में स्पेक्ट्रम होगा। वहीं दूसरी ओर आरकॉम और सिस्टेमा (एमटीएस) विलय की प्रक्रिया में हैं। विलय के बाद बनने वाली नई कंपनी में सिस्टेमा की 10 फीसदी हिस्सेदारी होगी।
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