नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी की चिंता में शेयर बाजारों में भारी गिरावट के मद्देनजर विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में नकदी प्रवाह बढ़ाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को बड़ी घोषणा की है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि वह अमेरिकी डॉलर के लिए छह महीने की अदला-बदली के अनुबंध करेगा। अदला-बदली के अनुबंधों की पहली नीलामी सोमवार को होगी, जिसमें दो अरब डॉलर के सौदे होंगे। रिजर्व बैंक ने कहा कि छह मार्च 2020 को विदेशी मुद्रा भंडार 487.24 अरब डॉलर था, यह किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त है।
रिजर्व बैंक ने कहा कि कोरोनावायरस के संक्रमण, कच्चा तेल की कीमत में गिरावट को लेकर उत्पन्न हो रही परिस्थितियों की निगरानी पर तेजी से अमल किया जा रहा है। केंद्रीय बैंक ने अपने एक बयान में कहा कि मौजूदा वित्तीय बाजार परिस्थितियों की समीक्षा और बाजार में अमेरिका डॉलर की आवश्यकता के मद्देनजर विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में तरलता उपलब्ध कराने के लिए अमेरिका डॉलर खरीद/बिक्री अदला-बदली के लिए छह माह के अनुबंध करने का निर्णय लिया गया है।
बैंक ने बताया कि यह अदला-बदली कई किस्तो में नीलामी के जरिये की जाएगी। नीलामी में कई मूल्यों पर की जाएगी। 16 मार्च को इसकी शुरुआत 2 अरब डॉलर के साथ होगी। स्वैप के तहत, बैंक आरबीआई से अमेरिकी डॉलर खरीदेंगे और साथ ही स्वैप अवधि के अंत में अमेरिकी मुद्रा की समान राशि को बेचने के लिए सहमत होंगे।
आरबीआई ने कहा कि महामारी कोरोनावायरस की बढ़ती चिंता की वजह से दुनियाभर में वित्तीय बाजार भारी बिकवाली का सामना कर रहे हैं।
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