नई दिल्ली। वैश्विक वित्तीय सेवा प्रदाता ड्यूश बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार भले ही ब्याज दरों में कटौती की भारी मांग हो लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक के मुद्रास्फीति लक्ष्य को देखते हुए आगामी मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर में केवल 0.25 प्रतिशत कटौती की ही संभावना है। भारतीय रिजर्व बैंक पांच अप्रैल को मौद्रिक नीति की समीक्षा करेगा। ड्यूश बैंक के अनुसार रिजर्व बैंक औसत वास्तविक ब्याज दर को 1.5-2.0 प्रतिशत पर बनाये रखने के अपने लक्ष्य पर कायम है। इसी तरह 2016-17 के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत रहना अनुमानित है जिससे रेपो दर को 6.50 प्रतिशत से नीचे लाने की गुंजाइश है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने इससे पहले दो फरवरी को प्रमुख नीतिगत दर को अपरिवर्तित रखा।
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