नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपनी पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा एक दिसंबर को करेगा। केंद्रीय बैंक ने एक बयान में यह जानकारी दी है। वहीं बैंक ऑफ अमेरिका-मेरिल लिंच (बोफा-एमएलए) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि आरबीआई दिसंबर में होने वाली मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों में बदलाव नहीं करेगा, लेकिन फरवरी में इसमें 0.25 फीसदी की कटौती हो सकती है।
आरबीआई ने अपने बयान में कहा है कि पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा मंगलवार को पेश की जाएगी। इससे पहले 29 सितंबर को मौद्रिक समीक्षा में आरबीआई ने रेपो रेट में 0.5 फीसदी की कटौती की थी और वर्तमान में यह 6.75 फीसदी है। हालांकि, माना जा रहा है कि इस बार रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन नीतिगत दरों के मोर्चे पर यथास्थिति बनाए रखेंगे। गवर्नर का मानना है कि बैंकों ने रेपो रेट में कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों को अभी तक नहीं दिया है, इसलिए और कटौती करने का फायदा नहीं है। रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक सहित कई बैंकों ने अपनी ब्याज दरें घटाई थीं।
बोफा-एमएलए ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि फरवरी में नीतिगत दरों में चौथाई फीसदी की कटौती के बाद और कटौती की गुंजाइश नहीं बचेगी, लेकिन केंद्रीय बैंक अपने उदार रुख को जारी रखेगा। बोफा-एमएल की अध्ययन रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारा अनुमान है कि पिछली बार आधा फीसदी की कटौती के बाद अब गवर्नर रघुराम राजन मंगलवार को ब्याज दरों के मोर्चे पर यथास्थिति बनाए रखेंगे। वह आखिरी चौथाई फीसदी की कटौती फरवरी में करेंगे।
Latest Business News