मुंबई। सेबी के पूर्व अध्यक्ष यू.के. सिन्हा के नेतृत्व वाली भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की एक समिति ने छोटे कारोबारों के लिए 5,000 करोड़ रुपये का एक संकट निधि बनाने की सिफारिश की है।समिति ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) सेक्टर में निवेश करने वाली वीसी/पीई कंपनियों की मदद के लिए सरकार प्रायोजित एक निधि का भी सुझाव दिया है, ताकि इस खंड में निवेश के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जा सके।
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समिति ने कहा है, "समिति 5,000 करोड़ रुपये के कॉर्पस वाला एक संकट संपत्ति कोष बनाने की सिफारिश करती है, जिसका ढांचा उन कलस्टर में स्थित इकाइयों की मदद करने के लिहाज से बना हो, जहां बाहरी पर्यावरण में बदलाव, प्लास्टिक या डंपिंग पर प्रतिबंध के कारण बड़ी संख्या में एमएसएमई गैरनिष्पादित संपत्तियां बन रहे हों।" मंगलवार को प्रकाशित आरबीआई समिति की रिपोर्ट में कहा गया है, "इस कोष को टेक्सटाइल अपग्रेडेशन फंड स्कीम (टीयूएफएस) की तर्ज पर संचालित किया जा सकता है, जो कई वर्षो से अस्तित्व में है।"
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