नई दिल्ली। घर और कार के लिए कर्ज के सस्ता होने की उम्मीद कुछ कम हो गई है, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने उन पॉलिसी दरों में किसी तरह की कटौती नहीं की है जिनके आधार पर बैंक कर्ज के ब्याज की दरों में कटौती करते हैं, गुरुवार को रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की वित्तवर्ष 2018-19 के लिए हुई पहली बैठक में पॉलिसी दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं करने का पैसला हुआ है।
रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 6 प्रतिशत, रिवर्स रेपो रेट को 5.75 प्रतिशत, MSF को 6.25 प्रतिशत, बैंक रेट को 6.25 प्रतिशत और CRR को 4 प्रतिशत तक बनाए रखने का फैसला किया है। इन दरों में कटौती नहीं होने से बैंकों की तरफ से कर्ज दिए जाने की दरों में किसी तरह का बदलाव होने की उम्मीद अब घट गई है।
RBI पॉलिसी की मुख्य बातें इस तरह से हैं
- आगे निवेश बढ़ने के साफ संकेत मिल रहे हैं
- मार्च में खत्म हुए वित्तवर्ष 2017-18 में GDP ग्रोथ 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान
- चालू वित्तवर्ष 2018-19 में GDP ग्रोथ 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान
- इस साल मानसून सामान्य रहने का अनुमान
- वित्तवर्ष 2018-19 में कच्चे तेल का औसत भाव 69 डॉलर प्रति बैरल अनुमानित
- डॉलर के मुकाबले रुपया मौजूदा स्तर पर बने रहने का अनुमान
- बैंक ने 2018-19 की पहली छमाही में उपभोक्ता महंगाई दर 4.7-5.1 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान लगाया
- 2018-19 की दूसरी छमाही में उपभोक्ता महंगाई दर 4.4 प्रतिशत अनुमानित
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