नई दिल्ली। पेटीएम, फोनपे या गूगलपे जैसे मोबाइल ई-वॉलेट इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है। अगर मोबाइल ई-वॉलेट यूजर्स ने केवाईसी (KYC) अभी तक पूरी नहीं कराई है तो घबराने की कोई जरूरत नहीं है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने केवाईसी/KYC (अपने ग्राहक को जानें) कराने की समय सीमा 6 महीना और बढ़ा दी है।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक RBI के दिशा-निर्देश पर केवाईसी कराने की समय सीमा पहले फरवरी 2019 रखी थी लेकिन कई कंपनियों की गुहार लगाने पर इसकी समय सीमा 6 महीने (31अगस्त, 2019) तक के लिए बढ़ा दी गई थी। ऐसे में अब तक तकरीबन 40-50 फीसदी यूजर्स ही केवाईसी करा पाए हैं, लिहाजा RBI ने 6 महीना की अवधि फिर से बढ़ा दी है।
रिजर्व बैंक के इस फैसले से लाखों लोगों के ई-वॉलेट बंद होने से बच गए हैं। साथ ही Paytm, Mbiquick, Airtel Money, Amazon Pay, Ola Money, Peyou, Phone Pay, ICICI Pocket जैसे कई उपभोक्ताओं को डेडलाइन बढ़ने का फायदा मिलेगा।
केवाईसी नियमों में बदलाव
मोबाइल ई-वॉलेट का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के लिए रिजर्व बैंक ने KYC कराने के नियमों में बदलाव कर दिया है। अब उपभोक्ताओं को अपने आधार कार्ड और पैन कार्ड जैसे डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने होंगे। इसके बाद संबंधित कंपनी का एक कर्मचारी अपलोड किए गए डॉक्यूमेंट्स का फिजिकल वेरीफिकेशन करेगा। ऐसे में ई-वॉलेट कंपनियों का कहना है कि फिजिकल वेरीफिकेशन करने से कंपनियों की लागत बढ़ गई है।
हालांकि कुछ ई-वॉलेट कंपनियों ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वेरीफिकेशन करने की इजाजत मांगी थी, लेकिन RBI ने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, देश में मोबाइल वॉलेट से तकरीबन 50 करोड़ लोग जुड़े हैं। अकेले Paytm के पास ही मौजूदा समय में तकरीबन 35 करोड़ ग्राहक हैं। इसके अलावा करोड़ों लोग Google Phone Pay, MobiKwik, YONO SBI, ICICI Pockets आदि से जुड़े हैं।
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