मुंबई। 500 और 2000 रुपए के अलग-अलग दिखने वाले नोटों को लेकर उठे विवाद पर रिजर्व बैंक ने सफाई दी है। रिजर्व बैंक ने कहा है कि नोटों की छपाई के लिए वह दुनियाभर में अपनाई जाने वाले सबसे आधुनिक और बेहतर तौर तरीकों का इस्तेमाल कर रहा है। रिजर्व बैंक ने कहा है कि नोटों की गुणवत्ता स्वीकार्य मानकों के दायरे में है। 8 अगस्त को संसद में 500 और 2000 रुपए के अलग-अलग दिखने वाले नोटों को लेकर विपक्ष में सरकार पर निशाना साधा था और इसपर सफाई देने को कहा था।
इसपर रिजर्व बैंक ने सफाई देते हुए कहा है कि नोट की छपाई करने वाले उसके कारखाने आधुनिक तकनीक वाली मशीनों से लैस हैं और इनमें काम करने वाले लोग भी तकनीकी रूप से काफी सक्षम है। इन छपाई खानों में बैंक नोट की हर स्तर पर गुणवाा की जांच होती है।
आठ अगस्त को कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि नोटबंदी के बाद जारी किये गये 500 और 2,000 रुपये के अलग अलग तरह के नोट छापे जा रहे हैं। इससे भारतीय मुद्रा की साख गिर रही है। विपक्षी पार्टी ने कहा था कि उच्च मूल्य वर्ग के इन नोटों में खामियां उनके आकार, डिजाइन और दूसरे मानक में भिन्नता के रूप में हैं।
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