नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक्सिस बैंक (Axis Bank) के निदेशक मंडल से बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद पर शिखा शर्मा की चौथी बार के लिए नियुक्ति पर पुनर्विचार को कहा है। सूत्रों ने बताया कि निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े बैंक में डूबे कर्जों की बढ़ोतरी को लेकर चिंता बढ़ रही है। बढ़ती गैर-निष्पादित आस्तियों (NPA) के बीच केंद्रीय बैंक ने एक्सिस बैंक के निदेशक मंडल से अपने फैसले पर पुनर्विचार को कहा है।
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय बैंक ने इस बारे में एक्सिस बैंक के चेयरमैन संजीव मिश्रा को पत्र भेजा है। मिश्रा केंद्रीय वित्त मंत्रालय में व्यय सचिव थे। सूत्रों ने बताया कि बैंक के बोर्ड से शर्मा को प्रबंध निदेशक और सीईओ पद पर चौथा तीन साल का कार्यकाल देने के फैसले पर पुनर्विचार को कहा गया है। बताया जाता है कि पत्र में बैंक के प्रदर्शन और संपत्ति की गुणवत्ता खराब होने का भी जिक्र है।
जुलाई 2017 में एक्सिस बैंक के बोर्ड ने शर्मा की पुन: नियुक्ति को मंजूरी दी थी। उनका नया कार्यकाल जून 2018 से शुरू हो रहा है। सूत्रों ने बताया कि शर्मा की नियुक्ति को अभी रिजर्व बैंक ने अनुमोदित नहीं किया है।
हाल के वित्त वर्षों में एक्सिस बैंक का एनपीए पांच गुना हो गया है। मार्च, 2015 के अंत तक बैंक का सकल एनपीए 4,110 करोड़ रुपए था, जो मार्च 2017 के अंत तक 21,280 करोड़ रुपए हो गया।
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