Ratan Tata ने हेल्थकेयर स्टार्टअप iKure में किया निवेश, ola ड्राइवरों को देखी भोजन सामग्री
कंपनी ने कहा है कि नया निवेश मिलने के बाद वह भारत और वैश्विक स्तर पर अपने परिचालन का तेजी से विस्तार करेगी।
नई दिल्ली। देश के प्रमुख उद्योगपतियों में शामिल रतन टाटा ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की स्टार्टअप कंपनी आईक्योर में निवेश किया है। हालांकि, टाटा द्वारा निवेश की गई राशि का खुलासा नहीं किया गया है। आईक्योर अपने क्लिनिक, डिजिटल प्रौद्योगिकी और प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों के नेटवर्क के जरिये प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराती है।
कंपनी ने कहा है कि नया निवेश मिलने के बाद वह भारत और वैश्विक स्तर पर अपने परिचालन का तेजी से विस्तार करेगी। टाटा के निवेश पर आईक्योर के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुजय सांत्रा ने कहा कि रतन टाटा ने हमारी कंपनी में निवेश पर विचार किया, इसके लेकर हम काफी खुश हैं। यह हमारे लिए बड़े सम्मान और उत्साहवर्धन की बात है।
ओला फाउंडेशन चालकों को खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराएगी
मोबाइल एप पर ऑनलाइन टैक्सी बुकिंग सुविधा देने वाली कंपनी ओला की सामाजिक सेवा से जुड़ी इकाई ओला फाउंडेशन चालकों की मदद के लिए उनके बीच 25 लाख अनाज के पैकेट का वितरण करेगी। कंपनी ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि ड्राइव द ड्राइवर फंड के तहत चालकों के बीच चावल, दाल समेत अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए उसने स्वयंसेवी संगठन रोबिनहुड आर्मी के साथ गठजोड़ किया है।
विज्ञप्ति के अनुसार कुल 25 लाख अनाज के पैकेट 20 शहरों में चालकों एवं उनके परिवार के बीच वितरित किए जाएंगे। कंपनी जिन शहरों में चालकों के बीच अनाज का वितरण करेगी, उनमें मैसूर, कोच्चि, गुवाहाटी, धरवाड़, अमरावती, कोल्हापुर, औरंगाबाद, नासिक, पुणे, नागपुर, रायपुर भुवनेश्वर, पटना, रांची और कोयम्बटूर शामिल हैं। इस पहल के बारे में, ओला के प्रवक्ता, आनंद सुब्रमण्यम ने कहा कि चालक भारत के परिवहन तंत्र के मुख्य आधार हैं और अर्थव्यवस्था एवं राष्ट्र को आगे बढ़ाने में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। ड्राइव द ड्राइवर फंड के के तहत शुरू की गई इस पहल से हजारों चालकों के परिवारों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। संस्था ने चालकों एवं उनके परिवार के बीच अबतक एक करोड़ अनाज के पैकेट बांटने का दावा किया है।