Magical Investment: 5 वर्षों में रतन टाटा ने किया 15 स्टार्टअप्स में निवेश, स्नैपडील से ओला तक हैं पोर्टफोलियो में
टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने रिटायरमेंट के बाद अपना इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो आम नागरिकों की तरह नहीं बल्कि एक मझे हुए उद्यमी की तरह तैयार किया है।
नई दिल्ली। देश में एंत्रप्रेन्योरशिप का बूम है। रोज नए स्टार्टअप खुल रहे हैं। इतना ही नहीं इन स्टार्टअप के आइडिया इतने बेहतरीन है कि यह देश के दिग्गज उद्योगपतियों को अपनी ओर आकर्षित भी कर रहे हैं। टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने रिटायरमेंट के बाद अपना इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो आम नागरिकों की तरह नहीं बल्कि एक मझे हुए उद्यमी की तरह ही तैयार किया है। ई-कॉमर्स से लेकर ऑटो तक तमाम स्टार्टअप में उन्होंने अपनी व्यक्तिगत संपत्ति निवेश की है। उन्होंने कहा था कि युवा पीढ़ी को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और उन्होंने अपने इन शब्दों को सच भी साबित कर दिया। टाटा द्वारा स्टार्टअप में निवेश करने की लिस्ट लगातार लंबी होती जा रही है। इस साल अकेले उन्होंने 10 स्टार्टअप में निवेश किया है।
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Ratan tata investments
देखिए यहां उन स्टार्टअप की पूरी लिस्ट, जिनमें रतन टाटा ने अपना निवेश किया और यह स्टार्टअप आज अपना एक मुकाम बना चुके हैं।
1. अल्टैरोस एनर्जीस – बॉस्टन स्थित अल्टैरोस की स्थापना 2010 में की गई थी। इसने मैचाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में दुनिया की पहली एयरबोर्न विंड टरबान का वाणिज्यिक उत्पादन शुरू किया था। जमीन से 2000 फीट ऊपर यह टरबाइन संचालित होती है और विंड टरबाइन के जरिये अल्टैरोस बिजली पैदा करती है। रतन टाटा ने सबसे पहला निवेश इसी कंपनी में किया था।
2. स्नैपडील– 2014 की शुरुआत में स्नैपडील ने रतन टाटा से उस समय फंडिंग हासिल की जब उनका बैंक बैलेंस 1,00,000 डॉलर से नीचे चला गया। टाटा ने स्नैपडील में 5 करोड़ रुपए का निवेश किया। उन्होंने स्नैपडील के एंजेल इन्वेस्टर्स से इसके 256 शेयर खरीदे।
3. ब्लूस्टोन– अगस्त 2014 में टाटा ने ऑनलाइन ज्वैलरी रिटेलर ब्लूस्टोन में निवेश किया। आईआईटी पासआउट गौरव सिंह कुशवाह और विद्या नटराज ने इस कंपनी की स्थापना की है। कलारी कैपिटल और टाटा द्वारा इसमें निवेश करने के बाद ब्लूस्टोन की वैल्यू 135 करोड़ रुपए हो गई थी।
4. अर्बन लैडर– सितंबर 2014 में ऑनलाइन फर्नीचर रिटेलर में भी टाटा ने निवेश किया है। इसकी स्थापना आईआईएम बेंगलुरु के एमबीए पासआउट आशिष गोयल और राजीव श्रीवत्स ने जुलाई 2012 में की थी।
5. स्वस्थ्य इंडिया– नवंबर 2014 में मुंबई की इस हेल्थकेयर स्टार्टअप में भी टाटा ने निवेश किया। यह स्टार्टअप गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों को स्वास्थय सुविधाएं उपलब्ध कराता है। इस कंपनी की स्थापना आईआईटी मुंबई के छात्र संदीप कपिला और अंकुर पेगू ने की है।
6. कारदेखो– दिसंबर 2014 में टाटा ने इसमें दो करोड़ रुपए का निवेश किया। जयपुर की इस कंपनी की स्थापना 2007 में अतिम और अनुराग जैन ने की थी। दोनों ही दिल्ली आईआईटी के छात्र हैं। यह कंपनी अन्य पोर्टल जैसे बाइकदेखो और प्राइसदेखो का भी संचालन करती है।
7. ग्रामीण कैपिटल– फरवरी 2015 में टाटा ने इसमें निवेश किया। यह मुंबई की कंपनी है और इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी प्रदान करती है।
8. वन97 कम्यूनिकेश– मार्च 2015 में टाटा ने इसमें निवेश किया। नोएडा स्थित यह कंपनी वैल्यू एडेड सर्विस कंपनी से बदलकर ऑनलाइन वॉलेट की सबसे बड़ी कंपनी बन चुकी है और इसका नाम बदलकर अब Paytm हो गया है।
9. शाओमी – चीन की इस स्मार्टफोन निर्माता कंपनी में टाटा ने मार्च 2015 में निवेश किया था। इस कंपनी की स्थापना ली जुन ने की है। शाओमी ने पिछले साल ही भारत में अपने मोबाइल फोन लॉन्च किए थे और इसके मोबाइल फोन यहां बहुत लोकप्रिय हो चुके हैं।
10. कारयाह– अप्रैल 2015 में रतन टाटा ने अपना ताजा निवेश महिलाओं के नॉन कैजुअल वियर वेबसाइट Kaaryah में किया है। इसकी स्थापना निधी अग्रवाल कश्यप ने की है।
11. होलाशेफ – जून 2015 में टाटा ने इसमें निवेश किया। इस कंपनी की शुरुआत सौरभ सक्सेना और अनिल कालरा ने 2014 में की थी। यह एक फूड-टेक स्टार्टअप है, जहां शौकिया और प्रोफेशनल शेफ एक साथ खाना बनाते हैं और बेचते हैं।
12. ओला– सितंबर 2015 में टाटा ने इसमें निवेश किया। 40 करोड़ डॉलर जुटाने की घोषणा के तीन माह से कम समय में ही टाटा ने इस ऑनलाइन टैक्सी सर्विस कंपनी में अपना निवेश करने की घोषणा की। इसके बाद इस कंपनी की वैल्यू 2.5 अरब डॉलर हो गई।
13.इनफिनाइट एनालिटिक्स– जुलाई 2015 में टाटा ने इसमें निवेश किया। एमआईटी पासआउट आकाश भाटिया और पुरुषोत्तम बोटला ने 2012 में इसकी स्थापना की थी। यह अमेरिका स्थित एक प्रीडिक्टिव मार्केटिंग और एनालिसिस कंपनी है।
14. एमपर– अगस्त 2015 में टाटा ने इसमें निवेश किया। Ampere इलेक्ट्रिक व्हीकल, साइकिल, ट्रॉली और स्कूटर्स की बिक्री करती है। यह अपाहिज लोगों के लिए भी वाहनों की बिक्री करती है। इसकी स्थापना हेमलता अन्नामलाई ने की थी।
15. लिब्रेट– इस हेल्थकेयर कम्यूनिकेशन स्टार्टअप में जुलाई 2015 में टाटा ने अपना निवेश किया। Lybrate पूरे भारत में कहीं भी और किसी भी समय डॉक्टर्स को मरीजों से जोड़ने में मदद उपलब्ध कराता है। इसने सिरीज ए फंडिंग में रतन टाटा, टाइगर ग्लोबल, नेक्सस वेंचर पार्टनर्स से 1.02 करोड़ डॉलर की राशि जुटाई है।