नई दिल्ली। निजी क्षेत्र के येस बैंक के पूर्व मुख्य कार्यकारी राणा कपूर के पास बैंक को स्थापित करने के 15 साल बाद केवल 900 शेयर बचे हैं। आरबीआई द्वारा राणा कपूर को बैंक के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी पद पर बने रहने की अनुमति न देने के बाद उन्होंने एक साल के भीतर बैंक में अपनी पूरी हिस्सेदारी धीरे-धीरे बेच दी है।
रिजर्व बैंक ने राणा कपूर का कार्यकाल एक साल पहले ही समाप्त कर दिया था। मुंबई में मुख्यालय वाले निजी क्षेत्र के इस बैंक ने एक अन्य नियामकीय जानकारी में कहा है कि उसने पिछले वित्त वर्ष में 2,299 करोड़ रुपए के फंसे कर्ज की कम जानकारी दी थी। इससे वर्ष के दौरान बैंक की शुद्ध आय में 40 प्रतिशत शुद्ध कमी आ गई।
बैंक ने कहा है कि कपूर एक समय बैंक में अपनी होल्डिंग को हीरा मानते रहे हैं और कहा कि वह कभी इसे नहीं बेचेंगे, लेकिन आज उनके पास 900 के करीब शेयर ही रह गए हैं, जिनका मूल्य मंगलवार के शेयर मूल्य के हिसाब से 58,000 रुपए से भी कम है। रिजर्व बैंक ने अगस्त 2018 में राणा कपूर की फिर से नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी देने से इनकार कर दिया था।
बैंक ने एक्सचेंज को बताया कि कपूर, येस कैपिटल और मोर्गन क्रेडिट्स ने 13-14 नवंबर को खुले बाजार में 2.04 करोड़ शेयर या 0.80 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचा है। इसके बाद कपूर के पास बैंक के केवल 900 शेयर बचे हैं।
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