सुरपस्टार रजनीकांत ने रोबोट-2 के साथ बनाया नया रिकॉर्ड, 330 करोड़ रुपए का कराया बीमा
रजनीकांत की अगली आने वाली फिल्म रोबोट-2 देश की सबसे महंगी फिल्म बन गई है। इस फिल्म ने भारतीय फिल्मों के लिए सबसे ज्यादा बीमा करवाने का रिकॉर्ड पहले ही बना लिया है।
मुंबई। सुपरस्टार रजनीकांत की अगली आने वाली फिल्म रोबोट-2 देश की सबसे महंगी फिल्म बन गई है। अगले साल रिलीज के लिए तैयार इस फिल्म ने भारतीय फिल्मों के लिए सबसे ज्यादा बीमा करवाने का रिकॉर्ड पहले ही बना लिया है। इस फिल्म का 330 करोड़ रुपए का बीमा किया गया है। इसने आमिर खान की फिल्म पीके को पीछे छोड़ दिया है, 2014 में आई इस फिल्म का 300 करोड़ रुपए का बीमा करवाया गया था। इस मामले से सीधे जुड़े दो लोगों ने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र की न्यू इंडिया इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस ने रजनीकांत की नई फिल्म के प्रोडक्शन का बीमा संयुक्तरूप से किया है। उन्होंने बताया कि जब फिल्म सिनेमाहॉल में जाती है तो उसका कवर डबल होगा, क्योंकि इसमें प्रोडक्शन के बराबर ही डिस्ट्रीब्यूशन कवर की राशि भी शामिल हो जाती है।
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रजनीकांत की इस नई फिल्म के चार टॉप अभिनेताओं को कुल 150 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। यह फिल्म तमिल और अन्य भाषाओं में भी डब होगी। तमिल स्टार के अलावा इस फिल्म में अक्षय कुमार और एमी जैकसन प्रमुख भूमिका में हैं। इसका निर्देशन इस बार भी शंकर ने किया है। एलाइंस इंश्योरेंस ब्रोकर के मीडिया और एंटरटेंमेंट बिजनेस हेड के मुताबिक आमिर की पीके और सलमान की किक के बाद यह अब तक का सबसे महंगा इंश्योरेंस है। रोबोट-2 का इंश्योरेंस कवर फिल्म के पूरा होने पर और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए जाने पर दो गुना हो जाएगा।
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सार्वजनिक क्षेत्र की जनरल इंश्योरेंस कंपनियों को बड़ी स्टार कास्ट वाली फिल्मों में रुचि होती है, इसकी एक वजह यह है कि इनके फ्लॉप होने की संभवनाएं कम होती हैं। खुद को स्टार्स के नखरों से होने वाले नुकसान और किसी अनिश्चित नुकसान से बचने के लिए निर्माता इंश्योरेंस के जरिये खुद को सुरक्षित कर लेते हैं। इंश्योरेंस कवर के रिस्क में सभी आकस्मिक व्यय जैसे कि शूट का कैंसल होना, प्रॉपर्टी का जोखिम, पर्सनल एक्सीडेंट और थर्ड पार्टी लाएबिलिटी शामिल होते हैं। प्रोडक्शन इंश्योरेंस में जान और फिल्म सेट को होने वाला नुकसान कवर होता है। मीडिया लाएबिलिटी पॉलिसी एक ऐसी पॉलिसी है, जिसमें फिल्म के कंटेंट को लेकर होने वाले कानूनी मामलों के लिए इंश्योरेंस दिया जाता है। इस पॉलिसी में रिलीज के बाद होने वाली हड़ताल या दंगों को भी कवर किया जाता है।
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की लागत बढ़ने के साथ-साथ फिल्म बनाने की प्रक्रिया में फिल्म इंश्योरेंस एक अहम हिस्सा बनता जा रहा है।
दो भागों में बनी बाहुबली का प्रोडक्शन इंश्योरेंस 200 करोड़ रुपए का था। भारत में फिल्मों के लिए इंश्योरेंस करवाने की शुरुआत डायरेक्टर सुभाष घई ने की थी, उन्होंने 1999 में अपनी फिल्म ताल के लिए इंश्योरेंस करवाया था।