हमसफर ट्रेन की सीट से स्क्रीन तक सब है हाईटेक, सफर के दौरान मिलेंगी शाही ट्रेन जैसी सुविधाएं
देशवासियों को जल्द ही हमसफर ट्रेन के जरिए शाही सफर करने का मौका मिलेगा। इस पूरी एसी ट्रेन के 40 कोच तैयार हैं।
नई दिल्ली। देशवासियों को जल्द ही हमसफर ट्रेन के जरिए शाही सफर करने का मौका मिलेगा। इस पूरी एसी ट्रेन के 40 कोच तैयार हैं। इन्हें 25 दिसंबर को आरसीएफ से उत्तर रेलवे को भेजा जाएगा। इस हाइटेक कोच में केवल सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं। इस कार्य के लिए आरसीएफ के कर्मचारी व अधिकारी रात-दिन जुटे हुए हैं। हालांकि इस ट्रेन को शुरू करने की तारीख की घोषणा अभी तक नहीं हुई है।
कब तक शुरू होगी हमसफर ट्रेन
- मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इस ट्रेन के लिए सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों के भीतर ही इस ट्रेन को शुरू कर दिया जाएगा।
- उम्मीद की जा रही है कि अगले एक दो दिन में रेलमंत्री इस ट्रेन की शुरुआत के लिए तारीख तय कर देंगे।
- उसके बाद यह पूरी तरह से थर्ड एसी कोच वाली ट्रेन गोरखपुर और आनंद विहार के बीच दौड़ना शुरू हो जाएगी।
तस्वीरों में देखिए कैसी होती हैं प्रीमियम ट्रेन
Luxury train in india
कितना होगा किराया
- रेलवे अधिकारियों का यह भी कहना है कि फिलहाल किराए के मामले में विचार किया जा रहा है कि इस ट्रेन का किराया अन्य सामान्य ट्रेनों से 10 से 15 फीसदी अधिक रखा जाए।
कहां से कहां तक चलेगी ये ट्रेन
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसी तरह की अन्य तीन हमसफर ट्रेनें भी चलाई जाएंगी।
- यह ट्रेन सियालदह से जम्मू तवी के बीच चलेगी, जबकि दूसरी हमसफर दुर्ग और हजरत निजामुद्दीन और तीसरी हमसफर तिरुपति और जम्मू तवी के बीच चलेगी।
- रेलवे अधिकारियों का कहना है कि आनंद विहार और गोरखपुर से यह ट्रेन रात 8 बजे रवाना होगी और अगले दिन सुबह 8.35 पर आनंद विहार और 8.50 पर गोरखपुर पहुंचेगी।
ट्रेन में है हवाई जहाज जैसी व्यवस्था
- ट्रेन लगेज के लिए भी हवाई जहाज की तरह व्यवस्था की गई है।
- इसके ब्रेकिंग सिस्टम में तीन तरह के बदलाव किए गए हैं।
- इससे ज्यादा स्पीड होने के बावजूद यह निर्धारित व अति आवश्यक दायरे में रुक सकेगी।
- सफर के दौरान यदि किसी यात्री ने धूमपान किया तो कोच में सायरन खुद बज उठेगा।
- ऑटोमेटिक परफ्यूम स्प्रे सफर को सुगंधमय बनाए रखेगा।
कोच में है स्पेशल ब्रेकिंग सिस्टम
- इसमें अन्य ट्रेनों की तरह हाइ स्पीड ट्रेन का सिग्नल डिस्टेंस एक समान रहेगा लेकिन इसके कोच के ब्रेक सिस्टम पर विशेष ध्यान दिया गया है।
- इसमें अब स्टेनलैस स्टील डिस्क ब्रेक, धातु पैड और इलेक्ट्रो न्यूमेटिक युक्त ब्रेक सिस्टम होगा।
- चीते से भी दोगुनी स्पीड से दौड़ने वाली इस ट्रेन के डिब्बों को रंग भी चीते वाला ही दिया जा रहा है।
एक कोच में 72 सीटें, होंगे ऑटोमेेटिक दारवाजे
- राजधानी व शताब्दी के एलएचबी कोचों में आम तौर पर 64 सीटें होती हैं लेकिन हमसफर के यात्रियों के लिए 72 सीटें होंगी।
- प्लग टाइप इन डिब्बों के दरवाजे मेट्रो रेल की तरह पूरी तरह ऑटोमेेटिक होंगे।
- पांच किलोमीटर की स्पीड पकड़ते ही यह खुद-ब-खुद बंद हो जाएंगे।
ट्रेन में मिलेंगी ये भी सुविधाएं
- कोचों में जीपीएस आधारित पैसेंजर इनफार्मेशन डिस्प्ले सिस्टम लगा हुआ है।
- पैसेंजर्स अनाउंसमेंट सिस्टम के तहत यात्रियों को उनके स्टेशन के बारे में जानकारी मिलती रहेगी।
- मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग प्वाइंट्स की भी व्यवस्था की गई है।
- साइड बर्थ पर भी यह सुविधा मिलेगी।
- ब्लाइंड्स की सुविधा के लिए इंटीग्रेटेड ब्रेल डिस्प्ले भी लगा है।
- इस ट्रेन में दो पावरकार कम लगेज बैग आगे और पीछे लगेंगे।
- बाथरूम स्टेनलेस स्टील के और ओडर फ्लैशिंग टेक्नोलॉजी पर बने हैं। इसमें ये बदबू नहीं आएगी।
- पावर कार में स्पेशल फायर फाइटिंग सिस्टम नाइट्रोजन बेस्ड है।
- ट्रेन की स्पीड 100 से 110 किमी प्रति घंटे की रखी जाएगी।
ढाई करोड़ रुपए का एक कोच
- एक कोच पर करीब 2.50 करोड़ रुपये की लागत आई है जबकि आम तौर पर चलने वाले थ्री टायर एसी कोच की लागत सवा करोड़ होती है। इस ट्रेन में डिस्क ब्रेक लगी होगी।
- सीबीसी जर्क फ्री होने की वजह से झटके भी नहीं लगेंगे।
- स्वच्छता के मद्देनजर कोचों में डस्टबिन भी होंगे।
- हवाई जहाज की तरह इस ट्रेन में भी वैक्यूम टायलेट की व्यवस्था है।
- टायलेट में आधुनिक सेंसर वाटर टैप, हैंड ड्रायर सोप डिस्पेंसर लगा है।
- वाईफाई की व्यवस्था के साथ कोच को साउंड प्रूफ बनाया गया है।