नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने दुर्घटनाओं पर पूरी तरह रोक लगाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए रेल पटरियों को दुरुस्त करने और सिगनल प्रणाली को आधुनिक बनाने के लिए वित्त मंत्रालय से एक लाख करोड़ रुपए से अधिक राशि की मांग की है।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखकर 1,19,183 करोड़ रुपए की मांग की है ताकि रेल परिचालन सुरक्षा से जुड़े विभिन्न कार्यों के लिए एक अलग कोष बनाया जा सके। इसमें पटरियों को दुरुस्त करने के साथ-साथ रेल पुल बनाकर सड़कों पर बने फाटकों को पूरी तरह समाप्त करना शामिल है। रेलवे ने गाडि़यों की गति बढ़ाने का फैसला किया है इसलिए यह भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि सिगनल प्रणाली के साथ-साथ रेल पटरियों और रेल पुलों को भी मजबूत किया जाए।
यात्री गाडि़यों की गति बढ़ाने के साथ ही रेलवे ने अधिक भार वाली माल गडि़यां चलाने का भी फैसला किया है। इसके लिए रेल पुलों और पटरियों को मजबूत किया जाना जरूरी है। रेलवे ने रेल परिचालन को सुरक्षित बनाने के लिए जरूरी कार्य के लिए एक समिति बनाई है, जो कि अपनी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को देगी। इस समिति में वित्त, बिजली, मैकेनिकल, नागरिक और सिगनल निदेशालय के अधिकारी शामिल हैं।
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