नई दिल्ली। यात्री किराए से बढ़ते नुकसान को कम करने के लिए रेलवे रियायतों पर कैंची चलाने की तैयारी में है। अगले महीने पेश होने जा रहे रेल बजट में रेल मंत्री वरिष्ठ नागरिकों से लेकर खिलाडि़यों को मिलने वाली रियायतें खत्म करने की घोषणा कर सकते हैं। रेल मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक सरकार आगामी बजट में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली रियायत की आयु सीमा बढ़ाने तथा वातानुकूलित प्रथम श्रेणी के टिकट पर लगभग सभी रियायतों में कटौती करने का विचार कर रहा है।
ऐसी फर्स्ट क्लास में नहीं मिलेगा कोई डिस्काउंट
रेलवे वातानुकूलित प्रथम श्रेणी में विकलांगों, मानसिक रूप से अशक्त, पूर्ण रूप से दृष्टिबाधित, कैंसर रोगी, थैलेसीमिया से पीड़ित लोगों, गुर्दे एवं दिल के मरीजों, वरिष्ठ नागरिकों, एलोपैथिक डॉक्टर, मान्यता प्राप्त पत्रकारों और पुलिस पदक से अलंकृत 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को दस से लेकर पचास फीसदी की रियायतें देती है। रेल मंत्रालय का इरादा इस श्रेणी में रियायतों को पूरी तरह से खत्म करने का है। सूत्रों के मुताबिक रेलवे का मानना है कि जिनके पास एसी प्रथम श्रेणी में चलने की हैसियत होती है, वे पूरा किराया देने में भी सक्षम होते हैं।
बढ़ेगी सीनियर सिटीजंस की एेज लिमिट
रेलवे के सूत्रों के मुताबिक वरिष्ठ नागरिकों की श्रेणी में वर्तमान में पुरुषों को 60 वर्ष और महिलाओं को 58 वर्ष की आयु से क्रमश: 40 प्रतिशत और 50 प्रतिशत की रियायत मिलती है। रेल मंत्रालय का विचार है कि पुरुषों को 60 की बजाय 62 और महिलाओं को 58 की बजाय 60 वर्ष की आयु से वरिष्ठ नागरिक रियायत दी जाए।
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