नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी संकट के बीच भारतीय रेलवे की निर्माण गतिविधियां फिर से पटरी पर लौट आई हैं। रेलवे की विनिर्माण गतिविधियां पूरी तेजी से चल रही हैं। जून माह में रेल व्हील फैक्ट्री में 15582 व्हील और 6480 एक्सेल का विनिर्माण किया गया। सालाना आधार पर जून माह में व्हील्स और एक्सेल के निर्माण में वृद्धि दर्ज की गई है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि रेलवे विनिर्माण पूर्ण गति में चल रहा है। महामारी के दौरान रेल व्हील फैक्ट्री ने जून 2020 में 15,582 व्हील्स और 6,480 एक्सेल का उत्पादन किया। पिछले साल समान महीने में 15,295 व्हील्स और 5020 एक्सेल का उत्पादन किया गया था।
निजी यात्री ट्रेने शुरू करने को हरी झंडी,109 मार्गों के लिए पात्रता अनुरोध आमंत्रित
रेलवे ने बुधवार को अपने नेटवर्क पर यात्री ट्रेनें चलाने के लिए निजी इकाइयों को अनुमति देने की योजना पर औपचारिक रूप से कदम उठाया। इसके तहत यात्री रेलगाड़ियों की आवाजाही को लेकर 109 मार्गों पर 151 आधुनिक ट्रेनों के जरिये परिचालन के लिए पात्रता अनुरोध आमंत्रित किए गए हैं। रेलवे ने कहा कि इसमें निजी क्षेत्र से करीब 30,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा। रेलवे के नेटवर्क पर यात्री ट्रेनों को चलाने के लिए निजी निवेश के लिए यह पहला कदम है। वैसे पिछले साल भारतीय रेलवे खान-पान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने लखनऊ-दिल्ली तेजस एक्सप्रेस के साथ इसकी शुरूआत हुई थी। फिलहाल आईआरसीटीसी तीन ट्रेनों- वाराणसी-इंदौर मार्ग पर काशी-महाकाल एक्सप्रेस, लखनऊ-नयी दिल्ली तेजस और अहमदाबाद-मुंबई तेजस का परिचालन करता है।
रेलवे ने कहा कि इस पहल का मकसद आधुनिक प्रौद्योगिकी वाली ट्रेन का परिचालन है जिसमें रखरखाव कम हो और यात्रा समय में कमी आए। इससे रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा, सुरक्षा बेहतर होगी और यात्रियों को वैश्विक स्तर का यात्रा अनुभव मिलेगा। ट्रेन की शुरूआत और गंतव्य के 109 मार्गों को भारतीय रेलवे नेटवर्क के12 संकुलों में रखा गया है। प्रत्येक ट्रेन में न्यूनतम 16 डिब्बे होंगे। रेलवे के अनुसार इनमें से ज्यादातर आधुनिक ट्रेनों का विनिर्माण भारत में मेक इन इंडिया के तहत होगा और निजी इकाई उसके वित्त पोषण, खरीद, परिचालन और रखरखाव के लिए जिम्मेदार होंगे।
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