नई दिल्ली। सरकारी बैंकों में घोटाले का पर्याय बन चुए पंजाब नैशनल बैंक (PNB) में एक और घोटाले का पता चला है, CBI के पास दर्ज हुई FIR के मुताबिक घोटाला उसी शाखा से हुआ है जिस शाखा से नीरव मोदी ने 13600 करोड़ रुपए के घोटाले को अंजान दिया था, हालांकि जिस नए घोटाले का खुलासा हुआ है वह उतना पड़ा नहीं है जितना बड़ा घोटाला पहले हो चुका है। FIR के मुताबिक नया घोटाला 9.09 करोड़ रुपए का है।
FIR 9 मार्च को दर्ज की गई है और इसके मुताबिक इस घोटाले को चंदेरी पेपर एंड एलाइड प्रोडक्ट्स नाम की कंपनी के अधिकारियों के द्वारा अंजाम देने का आरोप है, CBI में यह FIR PNB के मुंबई स्थित क्षेत्रीय जोन के डायरेक्टर जनरल मैनेजर अवनीश नेपालिया ने दर्ज कराई है। आरोप है कि संबधित कंपनी को भी कर्ज देते समय नियमों का पालन नहीं हुआ है।
PNB घोटाले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे नई परतें खुलती जा रही हैं, शुरुआत में जब PNB घोटाले का खुलासा हुआ था तो यह 11700 करोड़ रुपए का घोटाला बताया गया था लेकिन इसके बाद यह बढ़कर 12700 करोड़ रुपए तक पहुंच गया, दो दिन पहले ही घोटाले की राशि में और 900 करोड़ रुपए का इजाफा हो गया है और अब यह 13600 करोड़ रुपए का घोटाला बताया जा रहा है।
इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने सरकारी बैंकों में PNB घोटाले की तरह गड़बड़ियों को रोकने के लिए ज्यादा अधिकारों की मांग की है। बुधवार को उन्होंने कहा कि RBI का जितना कंट्रोल प्राइवेट बैंकों पर है उतना कंट्रोल सरकारी बैंकों पर नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि सरकारी बैंकों में कमजोर व्यवस्था की वजह से घोटालेबाजों के मन में किसी तरह का खौफ नहीं रहता है और वह घोटाला करने में कामयाब हो जाते हैं। उन्होंने सरकारी बैंकों में घोटालों पर काबू पाने के लिए कानून में संसोधन की मांग की है।
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