नई दिल्ली। जमाखोरों पर छापेमारी के बाद दाल की कीमतों में औसतन 20 रुपए प्रति किलो की गिरावट आई है। मंगलवार को सरकार ने कहा की जमाखोरों पर सख्ती के बाद कीमतों में कमी देखने को मिल रही है। वहीं, खरीफ फसल आने के साथ ही दाल की कीमतों में और कमी आएगी। गौरतलब है कि सरकार ने अब तक जमाखोरों से 1.3 लाख टन दाल जब्त की है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अहर दाल 185 रुपए, उड़द दाल 190 रुपए, मूंग दाल 135 रुपए, मसूर दाल 107 रुपए और चना दाल 85 रुपए प्रति किलो के भाव बिक रही हैं।
ये भी पढ़ें – मौका-मौका: 24×7 खरीदिए सस्ती अरहर दाल, सरकार के बाद ई कॉमर्स कंपनियों ने दिया ऑफर
एसेंशियल कमोडिटीज की सप्लाई बढ़ाने पर जोर
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने त्यौहारों से पहले एसेंशियल कमोडिटी की कीमतों को लेकर समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कृषि के साथ-साथ खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालयों से बफर स्टॉक तैयार करने के लिए दलहनों की खरीद को बढ़ाने को कहा। एक सरकारी बयान में कहा गया है, वित्तमंत्री ने एसेंशियल कमोडिटीज की पर्याप्त उपलब्धता को सुनिश्चित करने और कीमतों को उचित स्तर पर रखने के लिए अपनी ओर से कदम उठाने पर जोर दिया।
ये भी पढ़ें – कीमतों पर पाना है काबू, तो एक करोड़ टन दाल आयात करे सरकार: रिपोर्ट
जमाखोरों पर छापेमारी से घटी दालों की कीमत
सरकार ने कहा कि जमाखोरों के खिलाफ निरंतर अभियान के बाद दलहनों की खुदरा और थोक दोनों ही कीमतों में पिछले दो हफ्ते में नरमी आई है। बयान में कहा गया है कि औसतन देश भर में कीमतों में करीब 20 रुपए प्रति किलो की गिरावट आई है। उड़द दाल की जारी बाजार में आवक और दिसंबर के शुरुआत में अरहर दाल की नई फसल के आने के बाद कीमतों में और गिरावट आएगी। इसके अलावा जमाखोरों से जब्त की गई दाल के बाजार में आने के बाद सप्लाई की स्थिति में सुधार होगा।
Latest Business News