COVID के कारण डूबे कर्ज के लिए प्रावधान करने से Yes Bank को हुआ जोरदार घाटा, 3790 रुपये का हुआ नुकसान
आलोच्य तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय घटकर 4,805.30 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 2019-20 की जनवरी-मार्च तिमाही में 5,818.59 करोड़ रुपये थी।
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नई दिल्ली। निजी क्षेत्र के येस बैंक को मार्च 2021 को समाप्त तिमाही में 3,788 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ। आय कम होने तथा फंसे कर्ज के एवज में प्रावधान बढ़ने से बैंक का घाटा बढ़ा है। वित्त वर्ष 2019-20 की इसी अवधि में बैंक ने बट्टे खाते की 6296.94 करोड़ रुपये की राशि की वापसी के रूप में एक बार की असाधारण प्राप्ति से 2628.61 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दिखाया। यह राशि प्राप्त न होती तो बैंक को उस तिमाही में 3,668 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा होता।
येस बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि आलोच्य तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय घटकर 4,805.30 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 2019-20 की जनवरी-मार्च तिमाही में 5,818.59 करोड़ रुपये थी। दूसरी तरफ बैंक का फंसे कर्ज और अन्य आपात स्थिति के लिए प्रावधान जनवरी-मार्च, 2021 तिमाही में बढ़कर 5,239.59 करोड़ रुपये पहुंच गया, जो एक साल पहले 2019-20 की जनवरी-मार्च तिमाही में 4,872.34 करोड़ रुपये था। बैंक का सकल एनपीए (गैर-निष्पादित परंसपत्ति) आलोच्य तिमाही में सकल कर्ज का 15.41 प्रतिशत रहा, जो एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में 16.80 प्रतिशत था।
हालांकि शुद्ध एनपीए इस दौरान बढ़कर 5.88 प्रतिशत रहा, जो एक साल पहले 2019-20 की चौथी तिमाही में 5.03 प्रतिशत था। पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में बैंक का शुद्ध घाटा कम होकर 3,462.23 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 में 16,418.02 करोड़ रुपये था। बैंक की कुल आय आलोच्य वित्त वर्ष में घटकर 23,382.56 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 2019-20 में 29,508.10 करोड़ रुपये थी।
इंडसइंड बैंक का मुनाफा दोगुना होकर 876 करोड़ रुपये हुआ
इंडसइंड बैंक ने शुक्रवार को बताया कि मार्च 2021 को खत्म हुई वित्त वर्ष 2020-21 की अंतिम तिमाही के दौरान उसका मुनाफा दोगुना होकर 876 करोड़ रुपये हो गया। निजी क्षेत्र के बैंक ने कहा कि 2019-20 की अंतिम तिमाही के दौरान उसका शुद्ध लाभ 301.84 करोड़ रुपये था। बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी कुल आय थोड़ी बढ़कर 9,199.48 करोड़ रुपये हो गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 9,158.57 करोड़ रुपये थी।
बैंक ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान उसका शुद्ध लाभ 36 प्रतिशत घटकर 2,836.39 करोड़ रुपये रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के दौरान 4,417.91 करोड़ रुपये था। बीते वित्त वर्ष के दौरान आय 35,558.41 करोड़ रुपये रही। बैंक का सकल एनपीए 31 मार्च 2021 को मामूली बढ़कर 2.67 प्रतिशत था, जो मार्च 2020 को 2.45 प्रतिशत था।
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