नई दिल्ली। फिच रेटिंग्स का मानना है कि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के प्रस्तावित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी की जवाबदेही और पारदर्शिता में सुधार होगा। फिच रेटिंग्स ने इसके साथ ही बुधवार को कहा कि एलआईसी के आईपीओ से पूरे बीमा उद्योग को फायदा होगा।
फिच ने कहा कि इसका लाभ संभवत: पूरे बीमा उद्योग को मिलेगा। उद्योग अधिक विदेशी पूंजी आकर्षित कर पाएगा, जिससे देश में विदेशी पूंजी का प्रवाह भी बढ़ेगा। फिच ने कहा कि उसे उम्मीद है कि एक बार एलआईसी का आईपीओ आने के बाद निजी क्षेत्र की कुछ बीमा कंपनियां भी मध्यम अवधि में अपने शेयरों को शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराने को प्रोत्साहित होंगी।
हालांकि, मौजूदा नियमनों के तहत सभी बीमा कंपनियों के लिए सूचीबद्ध होना अनिवार्य नहीं है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने 2020-21 के बजट भाषण में घोषणा की थी कि सरकार की विनिवेश पहल के तहत एलआईसी को सूचीबद्ध किया जाएगा। अभी एलआईसी में सरकार की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
फिच ने कहा कि सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध एलआईसी को अधिक कड़े खुलासा नियमों को पूरा करना होगा। इससे कंपनी के भीतर ही अनुपालन और जवाबदेही की मजबूत संस्कृति बनेगी।
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