नई दिल्ली। रोजमर्रा के उपायोग का सामान बनाने वाली कंपनी इमामी ने सोमवार को कहा कि उसके प्रवर्तकों ने कर्ज में कमी लाने के इरादे से कंपनी की 10 प्रतिशत हिस्सेदारी 1,230 करोड़ रुपए में बेची है। इससे पहले फरवरी में प्रवर्तकों ने कंपनी में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी 1,600 करोड़ रुपए में बेची थी।
कंपनी के शेयरों की हाल की बिक्री के साथ ही प्रवर्तकों की इमामी में हिस्सेदारी घटकर 52.73 प्रतिशत पर आ गई है। प्रवर्तकों ने 4.54 करोड़ शेयरों की बिक्री की है। कंपनी के अनुसार इस राशि का उपयोग प्रवर्तकों के कर्ज को कम करने में किया जाएगा।
इमामी ने एक बयान में कहा कि हिस्सेदारी बिक्री शेयर बाजारों में संस्थागत निवेशकों को की गई है। इस बिक्री से पहले प्रवर्तक समूह की इमामी में हिस्सेदारी 62.74 प्रतिशत थी। कंपनी ने कहा कि यह कदम इमामी ग्रुप द्वारा छह से आठ माह में कर्ज को कम करने की रणनीति के अनुरूप है।
कंपनी ने कहा है कि अब बिना कोई बिक्री के प्रवर्तक कंपनी में अपनी नियंत्रक हिस्सेदारी को बनाए रखेंगे। इमामी ग्रुप के डायरेक्टर आदित्य अग्रवाल ने कहा कि कर्ज को कम करना इमामी ग्रुप के प्रवर्तकों की प्राथमिकता है। हमारा हमेशा से प्रयास रहा है और आगे भी रहेगा कि इमामी ग्रुप की भविष्य के विकास के लिए हर संभव कदम उठाया जाए। डायरेक्टर मोहन गोएनका ने कहा कि प्रवर्तक हमेशा कारोबारी और उद्योग की चुनौतियों से निपटने के लिए सक्रियता से काम कर रहे हैं और इमामी ग्रुप के सभी हितधारकों के बेहतर लाभ के लिए काम कर रहे हैं।
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