नई दिल्ली। उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एविएशन सेक्टर में निजी क्षेत्र की हिस्सेदारी बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा है कि निजी क्षेत्र की वजह से भारत के हवाईअड्डों और सेक्टर की सेवाएं ग्लोबल स्टैंडर्ड की हो गई हैं। एक ट्वीट में उड्डयन मंत्री ने कहा कि दिल्ली और मुंबई के एयरपोर्ट दुनिया के सबसे अच्छे एयरपोर्ट में माने जाते हैं। हालांकि हमेशा से ऐसा नहीं था। इन एयरपोर्ट को चलाने में निजी क्षेत्रो की भागेदारी इसकी सबसे अहम वजहों में से एक है। उड्डयन मंत्री के मुताबिक निजी क्षेत्रों की मदद से एयरपोर्ट के इंफ्रास्ट्रक्चर और सर्विस को बेहतर बनाने में मदद मिली है। पिछले हफ्ते ही उड्डयन मंत्री ने 2020 में एयर इंडिया के निजीकरण की उम्मीद जताई थी। केंद्रीय मंत्री ने साथ ही कहा था कि सरकार को एयरपोर्ट और एयरलाइंस का संचालन नहीं करना चाहिए।
आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत सरकार ने जयपुर, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट को पीपीपी मॉडल के जरिए 50 साल के लिए लीज पर देने का फैसला किया है। एयरपोर्ट संचालन में फिलहाल अडानी समूह का दबदबा है। समूह को पीपीपी मॉडल के तहत 6 एयरपोर्ट के संचालन, रखरखाव और विकास का जिम्मा मिला है। इन एयरपोर्ट में अहमदाबाद, लखनऊ, मंगलौर, जयपुर, तिरुअनंतपुरम और गुवाहाटी शामिल हैं।
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