PM नरेंद्र मोदी ने किया मेक इन इंडिया सप्ताह का उद्घाटन, 4,000 अरब रुपए का निवेश आने की उम्मीद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विनिर्माण क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े सम्मेलन मेक इन इंडिया सप्ताह का आज उद्घाटन किया।
मुंबई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विनिर्माण क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े सम्मेलन मेक इन इंडिया सप्ताह का आज उद्घाटन किया। इस अवसर पर कई देशों के शीर्ष राजनेता, उद्योग जगत के प्रमुख और विदेशों से आए शिष्टमंडल उपस्थित थे। सम्मेलन का उद्देश्य देश के विनिर्माण क्षेत्र में निवेश आकर्षित करना और विभिन्न क्षेत्रों में भारत की सफलता को प्रदर्शित करना है। यह आयोजन मुंबई में खासतौर पर तैयार बीकेसी व्यावसायिक केन्द्र में किया गया है। इस अवसर पर फिनलैंड और स्वीडन के प्रधानमंत्री और पौलेंड के उप प्रधानमंत्री भी उपस्थित रहे। मेक इन इंडिया सप्ताह का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री ने स्वीडन और फिनलैंड के प्रधानमंत्रियों तथा मंत्रियों के साथ समूचे सम्मेलन परिसर का दौरा किया।
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भारत व फिनलैंड ने निवेश मुद्दों के तीव्र व उचित समाधान पर जोर दिया
भारत व फिनलैंड ने आज इस बात पर सहमति जताई कि निवेश से जुड़े मुद्दों का त्वरित व उचित समाधान निवेशकों का भरोसा बढाने के लिए महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व फिनलैंड के प्रधानमंत्री जुहा सिपिला के बीच यहां हुई द्विपक्षीय बैठक में उक्त सहमति जताई गई। उल्लेखनीय है कि नोकिया कर विवाद की छाया भारत-फिनलैंड व्यापार संबंधों पर अब भी बनी हुई है। यहां मेक इन इंडिया सप्ताह के उद्घाटन कार्यक्रम के सिलसिले में हुई इस द्विपक्षीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न पहलों की बात की जिनमें व्यापार सुगमता को बढावा देने की पहल भी शामिल है जिसका उद्देश्य नीतियों में निरंतरता, स्पष्टता व स्थायीत्व लाना है। सिपिला एक बड़े व्यापारिक प्रतिनिधि मंडल के साथ यहां मेक इन इंडिया सप्ताह कार्यक्रम में भाग लेने आए हैं।
2,500 अंतरराष्ट्रीय और 8,000 से अधिक घरेलू कंपनियां लेंगी हिस्सा
मेक इन इंडिया के इस कार्यक्रम में 2,500 अंतरराष्ट्रीय और 8,000 से अधिक घरेलू कंपनियां भाग ले रही हैं। इसमें 68 देशों से सरकारी शिष्टमंडल और 72 देशों से व्यावसायिक प्रतिनिधिमंडल भाग ले रहे हैं। सम्मेलन में विदेशी सरकारों और राज्य सरकारों के प्रमुख, स्वीडन और फिनलैंड के प्रधानमंत्री तथा पोलैंड के उप-प्रधानमंत्री सहित कई देशों के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री भाग ले रहे हैं। मेक इन इंडिया का आयोजन करने वाले राज्य महाराष्ट्र को सम्मेलन से 4,000 अरब रुपए के निवेश प्रस्ताव मिलने की उम्मीद है। सम्मेलन में अधिकतर भाजपा शासित 17 राज्य और कांग्रेस के नेतृत्व वाला कर्नाटक राज्य भाग ले रहा है। सम्मेलन में 52 संगोष्ठियां होंगी।